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‘हिंदू मक्कल कतछी’ के युवा नेता ओमकार बालाजी को तमिलनाडु पुलिस ने अवैध रूप से बंदी बनाया !

सद्गुरु जग्गी वासुदेव और उनके आश्रम पर अन्यायपूर्ण कार्यवाही के विरुद्ध उठायी थी आवाज !

चेन्नई : एक सशक्त हिंदू संगठन ‘ हिंदू मक्कल कतछी ‘ के युवा नेता ओंकार बालाजी को हाल ही में तमिलनाडु पुलिस ने अवैध रूप से बंदी बनाया । उन्हें २७ अक्टूबर को कोईमतूर में आयोजित ‘ हिन्दू मक्कल कतछी ‘ के विरोध मार्च में ओंकार बालाजी द्वारा दिए गए भाषण के बहाने बंदी बनाया गया । अपने भाषण में ओंकार ने तमिल पत्रिका ‘नक्कीरन’ के संपादक गोपाल द्वारा सद्गुरु जग्गी वासुदेव और ‘ईशा योग केंद्र’ पर लगाए गए निराधार आरोपों के विरुद्ध आवाज उठाई। इस कारण से तमिलनाडु पुलिस और ‘नक्कीरन’ ने उन्हें कष्ट देना आरंभ कर दिया । आरोप है कि वे सत्तारूढ़ डीएमके पार्टी के निर्देश पर काम कर रहे हैं । ‘ हिंदू मक्कल काची ‘ के संस्थापक अध्यक्ष अर्जुन संपत ने ‘सनातन प्रभात’ को इस संबंध में जानकारी दी । संपत ने यह भी आरोप लगाया कि ओंकार बालाजी के हिन्दू धर्म के काम को दबाने का प्रयास कर रहे हैं ।

१. ओंकार द्वारा ‘ईशा फाउंडेशन’ के विरुद्ध पुलिस कार्यवाही का विरोध करने के बाद डीएमके नेता मोहम्मद खलील ने उनके विरुद्ध पुलिस में आपत्ति प्रविष्ट कराई।

२. इसके बाद बालाजी ने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया, जिसे मद्रास उच्च न्यायालय ने स्वीकार कर लिया। पुलिस ने कानूनी नियमों का उल्लंघन करते हुए बालाजी को बंदी बनाया । बाद में उन्हें न्यायिक बंदी में भेज दिया गया ।

३. ‘ हिन्दू मक्कल कतछी ‘ ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से ओंकार के साथ उचित व्यवहार करने का अनुरोध किया है ।

४. संगठन ने दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है कि हिन्दू समाज और हिन्दू संस्थाओं को अपमानित करने के प्रयास को असफल किया जाएगा ।

५. ओंकार बालाजी को न्याय दिलाने के लिए ‘ सनातन प्रभात ‘ ने अपने एक्स अकाउंट से हैशटैग #JusticeForOmkar के जरिए अनुरोध किया है ।

तमिलनाडु पुलिस की एक हिन्दू नेता का अपयश करने का कुटिल प्रयास !

तमिलनाडु पुलिस ने ओंकार बालाजी को अवैध रूप से बंदी बनाकर रात भर थाने में रखा और एक कट्टर अपराधी की तरह उसके गले में आपराधिक टैग लगाकर उसकी फोटो खींची और उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिया ।

सन्दर्भ : सनातन प्रभात 

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