देव, देश, धर्म और मंदिरों की रक्षा के लिए महायुती सरकार प्रतिबद्ध : मंत्रियों और विधायकों की गारंटी!
नागपुर – लोकसभा में ‘वोट जिहाद’ की साजिश का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हिंदुओं ने ‘एक है, तो सेफ है’ के माध्यम से करारा जवाब दिया। हिंदुओं ने बहुमत देकर हमें चुना है, यह ध्यान में रखते हुए हम भी हिंदुत्व के लिए समर्पित होकर काम करेंगे। देव, देश, धर्म और मंदिरों की रक्षा के लिए महायुती सरकार प्रतिबद्ध है, ऐसा आश्वासन महायुती सरकार की ओर से उपस्थित 4 मंत्रियों और 5 विधायकों ने सभी हिंदुओं को दिया। नव-निर्वाचित महायुती सरकार को बधाई देने के लिए सीताबर्डी स्थित विदर्भ साहित्य संघ के सभागार में हिंदू जनजागृति समिति और महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में ‘धर्मप्रेमी लोकप्रतिनिधि सम्मान समारोह’ का आयोजन किया गया। संत-महंत और मंदिर ट्रस्टियों की उपस्थिति में यह समारोह उत्साहपूर्ण और आनंददायक वातावरण में संपन्न हुआ।
इस समारोह में भाजपा नेता और कैबिनेट मंत्री श्री. अतुल सावे, शिवसेना के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री श्री. भरतशेठ गोगावले, भाजपा नेता और कैबिनेट मंत्री श्री. जयकुमार रावल, शिवसेना नेता और राज्यमंत्री श्री. आशिष जयस्वाल, भाजपा विधायक श्री. नारायणराव कुचे, विधायक श्री. प्रतापराव अडसड, विधायक श्री. राम भदाणे और शिवसेना विधान परिषद की विधायक डॉ. मनीषा कायंदे, विधायक श्री. आनंद बोंडारकर उपस्थित थे। इन सभी मान्यवरों का इस अवसर पर सम्मान किया गया। नागपुर के गुरुकृपा सेवा संस्थान के पू. भगीरथी महाराज, सनातन के संत पू. अशोक पात्रीकर, ह.भ.प. मनोज महाराज मिरकुटे की वंदनीय उपस्थिति इस अवसर पर रही। महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के राष्ट्रीय संगठक श्री. सुनील घनवट, सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक, अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासंघ के सभापति श्री. श्यामसुंदर सोनी, भाजपा के शहर अध्यक्ष श्री. अनिल शर्मा, लोक जागृति मोर्चा के अध्यक्ष अधिवक्ता रमण सेनाड, महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के श्री. रामनारायण मिश्र, महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के जिला संयोजक श्री. दिलीप कुकडे और हिंदू जनजागृति समिति के विदर्भ समन्वयक श्री. श्रीकांत पिसोळकर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
हिंदुत्व ही मेरी राजनीति की ऊर्जा! – मा. मंत्री अतुल सावे
बांग्लादेश की स्थापना के समय वहां 15 प्रतिशत हिंदू थे, अब 8 प्रतिशत रह गए हैं। यह स्थिति भारत में नहीं होनी चाहिए। छत्रपति संभाजीनगर से मुझे हिंदू जनता ने चुना, यह मुझे भली-भांति ज्ञात है। इसलिए हिंदुत्व के लिए ही मैं राजनीति में कार्यरत हूं। हिंदुत्व ही मेरी राजनीति की ऊर्जा है, ऐसा मा. मंत्री श्री. अतुल सावे ने इस अवसर पर कहा।
संघठित होने पर हिंदुओं को टक्कर देने का साहस किसी में नहीं! – मा. मंत्री भरतशेठ गोगावले
कांग्रेस के नेता आज भी स्वतंत्र्यवीर सावरकर पर आलोचना कर रहे हैं। हिंदू युवतियां लव जिहाद का शिकार हो रही हैं। ये सभी हिंदू धर्म पर संकट हैं। देव, देश और धर्म सुरक्षित रहेगा, तो हम भी सुरक्षित रहेंगे। हिंदुओं के संगठित होने पर उन्हें चुनौती देने का साहस किसी में नहीं होगा, ऐसा स्पष्ट वक्तव्य मा. मंत्री श्री. भरतशेठ गोगावले ने दिया।
महाराष्ट्र का सरकार हिंदुत्व के लिए कार्य करेगी! – मंत्री जयकुमार रावल
हिंदुओं ने शक्ति लगाई, इसलिए हम चुने गए। हिंदुओं के प्रयासों से महाराष्ट्र में महायुती की सरकार बनी है। इसलिए सरकार हिंदुओं के हित के लिए कार्य करेगी। हिंदुओं को भी सरकार का दृढता से समर्थन करना चाहिए, ऐसा आवाहन मा. मंत्री श्री. जयकुमार रावल ने किया।
समान नागरिक कानून जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लेने होंगे! – राज्यमंत्री आशिष जयस्वाल
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार किए गए। ऐसा यदि भारत में हिंदू अल्पसंख्यक बन गए तो क्या होगा, इसका विचार करें। इस पर केवल निवेदन देना और कैंडल मार्च निकालना समाधान नहीं है। हिंदू अल्पसंख्यक नहीं बनें, इसका ध्यान हिंदुओं को रखना होगा। हिंदुओं के अल्पसंख्यक होने से भारत के लिए खतरे की घंटी होगी। इस संकट को रोकने के लिए राष्ट्रहित में समान नागरिक कानून जैसे महत्वपूर्ण निर्णय सरकार को लेने होंगे, ऐसा मा. राज्यमंत्री श्री. आशिष जयस्वाल ने कहा।
शिवसेना की विधान परिषद की विधायक डॉ. मनीषा कायंदे ने कहा: “हिंदुओं के त्योहारों के दौरान पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का झूठा प्रचार किया जाता है। अन्य धर्मों के धार्मिक स्थलाें का अपमान होने पर हिंसा होती है, लेकिन फिल्म उद्योग में हिंदू धार्मिक स्थलों का बार-बार अपमान किया जाता है, तब धर्मनिरपेक्ष लोग चुप रहते हैं। धर्मनिरपेक्ष देश में हिंदू धर्म का अपमान कैसे सहन किया जा सकता है?”
भाजपा के विधायक श्री. प्रताप अडसड ने कहा : “अगर केंद्र में हिंदुत्ववादी शासन नहीं आया होता, तो श्रीराम मंदिर का निर्माण और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना संभव नहीं होता। इसलिए, हिंदुत्ववादी शासन के लिए हिंदुओं का जागरूक होना जरूरी है। इसके लिए हिंदुओं को राजनीतिक रूप से सजग रहना अनिवार्य है।”
शिवसेना के नांदेड़ से विधायक श्री. आनंद बोंडालकर ने कहा: “अगर धर्म सुरक्षित है, तो हम भी सुरक्षित रहेंगे। इसलिए, हिंदुओं को समर्पण भाव से धर्म कार्य करना चाहिए। हिंदू धर्म की रक्षा और गोहत्या रोकने के लिए हिंदुओं को पूरी निष्ठा से कार्य करना आवश्यक है।”
सरकार को हिंदू हित के लिए कार्य करना चाहिए!
इस अवसर पर हिंदू जनजागृति समिति के राज्य संयोजक श्री. सुनील घनवट ने कहा: “विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सभा में कहा था कि हिंदुओं के मंदिर क्यों अधिग्रहित किए जाते हैं, जबकि अन्य धर्मों के मंदिर क्यों नहीं किए जाते? क्या आज एक भी मस्जिद या चर्च सरकार के अधीन है? हमारी मांग है कि ‘सनातन धर्मियों के मंदिरों’ के लिए राज्य सरकार तुरंत ‘सनातन मंडल’ की स्थापना करे।” सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक ने कहा: “चाहे हम किसी भी संप्रदाय या संगठन के हों, हमें राजनीतिक रूप से जागरूक रहना चाहिए। देश में बदलाव के कारण अयोध्या में प्रभु श्रीराम का मंदिर बना। हमें उम्मीद है कि महाराष्ट्र में धर्मांतरण विरोधी कानून पारित होगा। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष श्याम मानव और ‘चित्रलेखा’ साप्ताहिक के पूर्व संपादक ज्ञानेश महाराव जैसे लोग देवी-देवताओं पर अत्यंत निम्न स्तर पर टिप्पणी करते हैं, फिर भी वे खुलेआम घूम रहे हैं। इसलिए, इन पर कानूनी कार्रवाई के लिए जनप्रतिनिधियों को पहल करनी चाहिए।”