कानपुर में भी मुस्लिम क्षेत्रों में बंद पड़े मंदिरों को खुलवाने के लिए तेजी से अभियान चल रहा है। कानपुर में इस अभियान में सनातन मठ मंदिर रक्षा समिति और महापौर प्रमिला पांडेय इस काम में जुटी हैं। इसी कड़ी में सोमवार को महापौर प्रमिला पांडेय कर्नलगंज के लुधौरा स्थित मंदिर को खुलवाने पहुंची। भारी फोर्स की मौजूदगी में कर्नलगंज लुधौरा पहुंची।
महापौर को यहां पर 125 वर्ष पुराने मंदिर के गेट पर ताला पड़ा नजर आया। इसके बाद मंदिर के गेट पर लगे ताले को तोड़कर महापौर और अन्य लोग अंदर गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि दंगे के दौरान मंदिर बंद हो गया था। महापौर ने जब अंदर जाकर हालात देखे तो मंदिर के अंदर मौजूद सभी मूर्तियां खंडित मिलीं, मूर्तियों को यहां पर क्षतिग्रस्त किया गया था। इसके अलावा मंदिर के अंदर रखा शिवलिंग भी गायब मिला। महापौर ने मंदिर परिसर की साफ सफाई के निर्देश देते हुए कहा कि यहां पर अब विधिवत पूजा करायी जाएगी,नगर निगम मंदिर का जीर्णोद्धार भी कराएगा।
स्तब्ध हूँ! मंदिरों से इतनी नफरत क्यों? 😡😡
कर्नलगंज आई हूँ यहाँ 5 मंदिरों में भगवान मिले पर टूटे फूटे मिले, शंकर भगवान की मूर्ति गायब है, माँ दुर्गा, गणेश, सबकी पुरानी प्रतिमा खण्डित हैं, निर्णय करेंगे, प्रशासन करेगा, सबको मुक्त करायेंगे।
कानपुर की मेयर प्रमिला पाण्डेय जी pic.twitter.com/aNkcRbZpEY
— Sudhir Mishra 🇮🇳 (@Sudhir_mish) December 23, 2024
महापौर ने कहा कि अब रोज मंदिरों को ढूंढ़ने का अभियान चलेगा। मंदिरों की साफ सफाई कराकर पूजन कराया जाएगा। मंदिर खुलने के बाद कई महिलाएं अंदर पहुंच गईं और पूजा-अर्चना करने लगीं। इलाके के लोगों ने कहा कि मंदिर खुलने से हिंदुओं में खुशी की लहर दौड़ गई। कहा कि अब रोज मंदिर में पूजा करने आएंगे। इसके पहले महापौर कर्नलगंज खटिकाना गईं। इलाके के लोगों ने बताया कि पूर्व में यहां एक मंदिर था जिस पर कब्जा कर इमारत बना दी गई।
अवशेष के रूप में एक बड़ा पीपल का पेड़ व उसके चारों ओर चबूतरा आज भी है जो इमारत के अंदर ही बना है। लोगों ने बताया कि पहले मंदिर में पूजा होती थी, लोग शादियां करते थे लेकिन 10 साल पहले इसे तोड़कर कब्जा कर लिया गया। मंदिर की जगह यहां कपड़े सिलाई की फैक्टरी चल रही थी, मूर्तियां गायब थी।
स्रोत : एबीसी न्यूज