हिन्दू संगठित न होने से देश के और टुकडे होने की संभावना ! – नितीन फळदेसाई, राष्ट्रीय बजरंग दल
काणकोण – ‘जीजाबाई माता एवं स्वामी विवेकानंद की जयंती के दिन की पार्श्वभूमि पर सभी हिन्दू माताओं को अपने बच्चों को ऐसे संस्कार देने चाहिए जैसे माता जीजाबाई ने शिवाजी महाराजजी को दिए थे । इससे राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा होगी । हमारी माँ – बहनें लव जिहाद के चंगुल में नहीं फंसेंगी । पुर्तगालियों द्वारा उद्ध्वस्त किए मंदिरों पर ईसाइयों का आक्रमण हो रहा है । यदि हिन्दू आज एकत्र नहीं आए, तो भारतमाता के और कुछ टुकडे होने का संकट है । इसके लिए हिन्दू संगठन अत्यंत आवश्यक है’, ऐसा आवाहन राष्ट्रीय बजरंग दल के श्री. नितीन फळदेसाई ने किया । पाटणे, काणकोण में श्री देवगीपुरुष मंदिर सभागृह में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में श्री. नितीन फळदेसाई बोल रहे थे । सभा में हिन्दू जनजागृति समिति के उत्तर गोवा समन्वयक श्री. गोविंद चोडणकर भी उपस्थित थे ।
हिन्दुओं के मंदिर और मठ को ‘लुटारू’ संबोधित करनेवाले मडगांव के तथाकथित लेखक दत्ता दामोदर नायक के विरोध में काणकोण पुलिस में प्रथम परिवाद प्रविष्ट करनेवाले श्री. सतीश भट का सभा में अभिनंदन किया गया ।
हिन्दुओं को जागरूकता से गलत कृत्यों का जोरदार विरोध करना चाहिए ! – गोविंद चोडणकर, हिन्दू जनजागृति समिति
श्री. गोविंद चोडणकर बोले, ‘‘हिन्दुओं के देवी-देेवताओं को न माननेवालों को मंदिरों के विषय में बोलने का कोई अधिकार नहीं । गोवा के हिन्दुओं को मंदिरों के उत्सवों में हिन्दूविरोधी कार्रवाहियां करनेवालों को व्यवसाय न देने का प्रस्ताव गोवा में विविध स्थानों पर लिया गया है । मंदिरों की पवित्रता बनाए रखने की दृष्टि से यह एक प्रशंसनीय निर्णय है । हिन्दुओं को अब जागरूक रहकर प्रभावी संगठन द्वारा गलत कृत्यों का जोरदार विरोध करना चाहिए और मंदिरों की पवित्रता की रक्षा करनी चाहिए ।’’
इस सभा के लिए उपस्थित हिन्दू धर्माभिमानियों ने हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए कटिबद्ध होने की शपथ ली । श्री. युवराज गावकर द्वारा कहे भगवान श्रीगणेश के श्लोक से सभा का प्रारंभ हुआ । सभा का सूत्रसंचालन श्री. युवराज गावकर ने किया और सभा के समापन पर श्री. गोविंद लोलयेकर ने आभार व्यक्त किया । सभा के अंत में हुए चर्चासत्र में स्थानीय हिन्दुत्वनिष्ठों ने सहभाग लिया । सभा में ‘भारत माता की जय संगठन’के कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित थे ।