नावेली, सांखळी (गोवा) में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा संपन्न
सांखळी – गोवा में आजकल गुनहगारी, महिला एवं नाबालिग लडकियों पर बलात्कार और ‘लव जिहाद’की घटनाएं आदि में वृद्धि हुई है मंदिरों में चोरी की घटनाएं बढ गई हैं । म्हापसा में श्री देव बोडगेश्वर मंदिर में हुई चोरी के प्रकरण में पकडे गए आरोपी बांगलादेशी नागरिक थे । कुल मिलाकर गोवा में गुनहगारी रोकने के लिए अनधिकृत वास्तव्य करनेवाले बांगलादेशी घुसपैैठियों को गोवा से निकाल देना चाहिए । इसके साथ ही बांगलादेश के हिन्दुओं पर अत्याचार रोकने के लिए केंद्र सरकार को कठोर कदम उठाना वर्तमान काल की आवश्यकता आहे, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के दक्षिण गोवा समन्वयक श्री. सत्यविजय नाईक ने किया । नावेली, सांखळी में श्री बेताळ देवस्थान सभामंडप में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित किए गए हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में श्री. सत्यविजय नाईक बोल रहे थे । सभा में राष्ट्रीय बजरंग दल के श्री. सुबोध मोने व्यासपीठ पर उपस्थित थे ।
इस सभा में उपस्थित हिन्दू धर्माभिमानियों ने हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए कटिबद्ध होने की शपथ ली । सभा की प्रस्तावना एवं सूत्रसंचालन श्रीमती सोनम शिरोडकर ने तथा आभारप्रदर्शन श्री. नंदा गावस ने किया ।
श्री लक्ष्मीनारायण देवस्थान समिति के अध्यक्ष अधिवक्ता श्री. प्रेमानंद गावस, सचिव श्री. चंद्रकांत गावस, नावेली पंचायत के उपसरपंच श्रीमती कल्पना किशोर गावस, भूतपूर्व सरपंच एवं विद्यमान पंचसदस्य श्री. कालिदास गावस, पंचसदस्य श्री. प्रसाद नाईक, भूतपूर्व उपसरपंच तथा विद्यमान पंचसदस्य श्रीमती दिया सावंत एवं श्री लक्ष्मीनारायण देवस्थान समिति के कोषाध्यक्ष श्री. आनंद गावस उपस्थित थे । सभा में बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
क्षणिकाएं
१. नावेली के धर्माभिमानी श्री. नागेश गावस सवेरे से ही सेवा में सहभागी हुए थे ।
२. धर्मभिमानी श्री. आनंद गावस ने ध्वनिव्यवस्था (sound system) एवं अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई । इसे सभा के आयोजन में बहुत सहायता हुई ।
३. सभा के समय सनातन के ग्रंथों को अच्छा प्रतिसाद मिला ।
४. मायणी के कारसेवक श्री. सातू मायणीकर ने सभा की पूर्वतयारी, साथ ही घर-घर प्रसार करने के लिए नेतृत्व लिया था ।
अल्पावधि में संगठित होने की तैयारी करें ! – सुबोध मोने
मंदिर, धर्म एवं राष्ट्र और इसके साथ ही अपनी मां-बहनों पर संकट आने पर उसका प्रतिकार करने के लिए हम अल्पावधि में एकत्रित आ सकें, ऐसी व्यवस्था हमें करनी चाहिए । हिन्दू धर्म पर आघात रोकने के लिए ठोस कदम उठाना आवश्यक है । मंदिर और मठों को ‘लुटारू’ कहनेवालों पर कार्रवाई होनी चाहिए ।