२७ फरवरी को ‘धर्मसंसद’ का आयोजन
किसी भी स्थिति में हम केंद्र सरकार से सनातन बोर्ड की स्थापना करवाकर रहेंगे !
प्रयागराज : हम सनातन धर्मियों को कोई अलग नहीं कर सकता । हम संगठित थे तथा आगे भी रहेंगे । हम सभी सनातनियों के हित के लिए एक रहने की शपथ ली है । महाकुंभ में २७ जनवरी को हमने ‘धर्म संसद’ आयोजित की है । हमने केंद्र सरकार से सनातन बोर्ड का गठन करने की मांग की है । हमारे पास इस बोर्ड की रूपरेखा तैयार है तथा धर्मसंसद में इस पर निर्णय लिया जाएगा । किसी भी स्थिति में हम सरकार से सनातन बोर्ड का गठन करवाकर रहेंगे । इस धर्मसंसद में देश के साधु-सत, शंकराचार्य तथा १३ अखाडों के प्रमुख भाग लेंगे । सभी सनातन धर्मियों को संगठित करना इस धर्मसंसद का उद्देश्य है, ऐसी जानकारी प्रसिद्ध कथावाचक श्री. देवकीनंदन ठाकूर ने २३ जनवरी को यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में दी ।
१. कथावाचक श्री. देवकीनंदन ठाकूर ने कहा, ‘‘सनातन धर्म से संबंधित स्थलों का संरक्षण एवं सशक्तिकरण हेतु ‘सनातन बोर्ड’ का गठन करना अति आवश्यक है । यह बोर्ड संपूर्ण सनातन समबाज के लिए उपयुक्त सिद्ध होगा ।
२. वक्फ बोर्ड की ९ से १० लाख एकर भूमि के विषय में प्रश्न उठाकर महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा, ‘मंदिरों एवं मठों की भूमि पर अतिक्रमण हो रहे हैं, जिन्हें हम किसी भी स्थिति में सहन नहीं करेंगे । इसी परिप्रेक्ष्य मे सनातन बोर्ड का गठन करना आवश्यक लग रहा है । सनातन बोर्ड का प्रारूप तैयार हुआ है; परंतु इसके लिए मंदिरों, मठों तथा संतों की सहमति ली जाएगी । धार्मिक स्थलों को सशक्त बनाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है ।’’