हिन्दू जनजागृति समिति की पत्रकार परिषद में मांग
चिपळूण – रत्नागिरी जिले में गत कुछ वर्षों से बांगलादेशी घुसपैठिए भारी संख्या में मिल रहे हैं । विशेषरूप से इनमें से कुछ लोग बिना कोई कागदपत्रों के हैं, तो कुछ लोग के पास बनावटी कागदपत्र हैं और वे अनेक वर्षों से जिले में रह रहे हैं । ऐसी धक्कादायक घटना सामने आई है । इसमें से कुछ घुसपैठियों को जमानत भी मिल चुकी है । जमानत मिलना, इससे तो जिले के कानून, सुव्यवस्था एवं न्यायव्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हो गया है । इस पार्श्वभूमि पर रत्नागिरी जिले में बांगलादेशी घुसपैठ मुहिम को तेज कर उनकी सहायता करनेवालों पर देशद्रोह का अपराध प्रविष्ट करें, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से होटल मीरा रेजेन्सी में ली गई पत्रकार परिषद में की ।
इस पत्रकार परिषद में भाजप जिला महासचिव श्री. विनोद भुरण, युवा सेना तालुकाध्यक्ष श्री. निहार कोवळे, गोरक्षक श्री. विक्रम जोशी, हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. अभिनव भुरण, हिन्दू राष्ट्र समन्वय समिति संयोजक श्री. अमित जोशी, शिवसेना गुहागर विधानसभा निरीक्षक श्री. अनुराग उतेकर आदि मान्यवर उपस्थित थे ।
रत्नागिरी जिले के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि, जिले में बांगलादेशी नागरिक होने की संभावना होने से उसके लिए झोपडपट्टी भाग में खोज अभियान कार्यान्वित करेंगे, इसके साथ ही अपराधियों की सहायता करनेवालों को सहआरोपी समझा जाएगा । इतना ही नहीं; अपितु इन सहआरोपियों पर देशद्रोह एवं राष्ट्रीय सुरक्षा को बाधा पहुंचाने के लिए उन पर कठोर से कठोर अपराध भी प्रविष्ट किया जाएगा । यह घुसपैठ रत्नागिरी जिले में पहुंची कैसे ? उन्हें फर्जी कागदपत्र कौन बनाकर देता है ? ए.टी.एस्. द्वारा कार्रवाई करने के पश्चात भी घुसपैठिए अब तक खुले आम कैसे घूम रहे हैं ? इसकी भी पूछताछ होनी चाहिए, ।
पत्रकार परिषद में महत्त्वपूर्ण सूत्र
१. चिपळूण में अक्टूबर २०२३ में आतंकवादविरोधी शाखा रत्नागिरी द्वारा की गई कार्रवाई में बुल्लू हुसैन मुल्ला नामक बांगलादेशी नागरिक को उसके दो बेटों के साथ बंदी बनाया गया; परंतु उसके परिवार के अन्य सदस्यों को बंदी नहीं बनाया गया था । गत १२ वर्षों से उसकी पत्नी अपने कुछ बच्चों को लेकर चिपळूण में रह रही है; परंतु पुलिस ने इस प्रकरण में योग्य अन्वेषण नहीं किया । पता नहीं क्या लेन-देन हुआ, जिससे बुल्लू हुसैन मुल्ला और उसके दो बेटों को जमानत मिल गई । देश में घुसपैठ करनेवालों को जमानत मिल जाती है, यह अत्यंत गंभीर है । इस प्रकरण में पुलिस ने जमानत रहित करने के लिए कुछ नहीं किया ।
२. १२ नवंबर २०२४ को आतंकवादविरोधी पथक ने (ए.टी.एस्.) रत्नागिरी तालुका के नाखरे-कालरकोंडवाडी में पत्थर की खान पर अवैधरूप से वास्तव्य करनेवाले १३ बांगलादेशी घुसपैठियों को बंदी बनाया । वे बिना वैध कागदपत्रों पर भारत में प्रवेश कर पत्थर की खान में काम करते थे ।
३. एक बांगलादेशी घुसपैठिए को रत्नागिरी के समीप शिरगाव ग्रामपंचायत से जन्मप्रमाण पत्र (बर्थ सर्टीफिकेट) दिया गया ।
४. रत्नागिरी शहर के साळवी स्टॉप पर बांगलादेशी महिला गत ८ वर्षों से भारत में वास्तव्य करने की घटना सामने आई है । इस महिला ने भारत में वास्तव्य करते हुए आधारकार्ड, पैनकार्ड आदि कागदपत्र तैयार कर लिए हैं । साथ ही विवाह भी कर लिया है । इतना ही नहीं इस महिला के नाम पर शहर में मालमत्ता भी खरीदी गई है ।
५. अनधिकृतरूप से देश में प्रवेश कर बांगलादेशी नागरिक निर्माणकार्य क्षेत्र, मछलीमारी, मजदूरी का काम करनेवाले हो सकते हैं । उनका वास्तव्य झोपडपट्टियों में हो सकता है ।
६. रत्नागिरी जिले, राज्य एवं देश की सुरक्षा की दृष्टि से रत्नागिरी जिले में ‘बांगलादेशी घुसपैठ खोज अभियान’ चलाया जाए; इसके अंतर्गत जिले के सभी तालुका, शहर एवं गांव में संशयित स्थान पर ‘सर्च ऑपरेशन’ अथवा ’कोंम्बींग ऑपरेशन’ कर बांगलादेशी घुसपैठियों को ढूंढा जाए; बनावट परिचयपत्र तैयार करनेवाले ‘रैकेट’की जडें उखाडकर उन पर कठोर कार्रवाई की जाए; किराए पर कमरा देनेसे पहले घरमालिक अपने किराएदार से, काम पर रखते समय कामगारों की उचित पूछताछ की जाए और कुछ संशयास्पद लगे तो तुरंत पुलिस को सूचित किया जाए; घुसपैठियों को आश्रय देनेवाले, जमानत देनेवाले अथवा किसी भी प्रकार की सहायता करनेवालों पर देशद्रोह का अपराध प्रविष्ट किया जाए, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति कर रही है ।
७. आजकल बांगलादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर अनन्वित अत्याचार हो रहे हैं । कल यही बांगलादेशी घुसपैठिए बढते जाएंगे और भारत में छोटे-छोटे बांगलादेश निर्माण कर, वहां हिन्दुओं पर ऐसे ही अत्याचार करेंगे । यह परिस्थिति न आए, तो इस प्रकरण में सरकार को अभी से कठोर कदम उठाने चाहिए, ऐसा आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति कर रही है ।