फाल्गुन शुक्ल पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११६
अंबरनाथ एवं उल्हासनगर में अनुचित घटनाओंको रोकने के संदर्भ में पुलिस को निवेदन
अंबरनाथ-ठाणे (महाराष्ट्र) : धर्मशिक्षा के अभाव से समाज में हिन्दुओंके त्यौहारोंको विकृत स्वरूप प्राप्त हो गया है। धुलिवंदन के दिन अनेक स्थानोंपर महिलाओंपर रंग डालना, उनसे छेडखानी करना, गंदे पानी के गुब्बारे मारना तथा शरीर पर स्वास्थ्य के लिए घातक रंग अथवा अलकतरा (कोलतार) लगाना, साथ ही कर्णकर्कश स्वर में चलचित्र संगीत लगाना आदि अनुचित घटनाएं होती दिखाई देती हैं। इस संदर्भ में कार्यवाही करने हेतु हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा अंबरनाथ में पुलिस थाने के अमलदार अरुण सांगाडे एवं उल्हासनगर में थाने के अमलदार आहिरे को निवेदन दिए गये।
इस समय सर्वश्री आदेश करवंदे, संदीप परिठे, विकास खांडभोर, सिद्धेश करवंदे, कल्पेश पवार, सागर शिंदे, वैभव शिंदे, अरुण सावंत, तुषार गायकवाड, बाबू सूर्यवंशी, नवनाथ पाटिल एवं समितिद्वारा श्री. बलवंत पाठक एवं श्री. विनोद पालन आदि धर्माभिमानी उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात