फाल्गुन पूर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११६
हिन्दू जनजागृति समिति का ‘खडकवासला जलाशय रक्षा अभियान’
पुणे (महाराष्ट्र) : हिन्दू जनजागृति समिति के राज्य संगठक श्री. सुनील घनवटद्वारा यह आवाहन किया गया कि हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा होली, धूलिवंदन तथा रंगपंचमी निमित्त होनेवाले अनाचारोंपर प्रतिबंध लगाए जाएं। खडकवासला जलाशय का प्रदूषण न हो, उसकी पवित्रता की रक्षा हो, इस उद्देश्य से गत १३ वर्षों से ‘खडकवासला जलाशय रक्षा अभियान’ का आयोजन किया जा रहा है।
इस वर्ष भी धूलिवंदन अर्थात ६ मार्च तथा रंगपंचमी अर्थात ११ मार्च को प्रात: ९ से ११ मार्च की इस अवधि में मानवी शृंखला बनाकर नागरिकोंका प्रबोधन किया जाएगा। इस में अधिकाधिक राष्ट्रप्रेमी सम्मिलित हों।
इस अभियान की जानकारी देने हेतु ३ मार्च को पत्रकार परिषद का आयोजन किया गया था, उस अवसर पर उन्होंने यह वक्तव्य दिया था। पत्रकार परिषद में पतित पावन संगठन के श्री. विजय गावडे तथा सनातन संस्था के श्री. चंद्रशेखर तांदळे भी उपस्थित थे।
‘केवल हिन्दू धर्म के त्योहार, उत्सवोंके समय प्रदूषण का झूठा वक्तव्य देनेवाले अंनिस तथा कथित पर्यावरणप्रेमी संगठन प्रदूषण की अन्य घटनाओंके समय चुप रहते हैं। इसीसे उनकी नाटकीयता स्पष्ट होती है।’
श्री. विजय गावडे ने बताया कि, ‘‘उत्सवों के निमित्त शहर में होनेवाले अनाचार रोकने हेतु ५ युवकोंका गुट सिद्ध किया जाएगा तथा ये गुट शहर में होनेवाले अनाचारोंपर ध्यान रखेंगे, साथ ही आवश्यकतानुसार समाजविघातक कृत्य करनेवालोंको पुलिस के अधिकार में देंगे। सुरक्षा दल के माध्यम से अनाचार रोकने का प्रयास किया जाएगा।’’
श्री. तांदळे ने धूलिवंदन तथा रंगपंचमी उत्सवोंके पीछे स्थित धर्मशास्त्र स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि ‘‘होली के निमित्त पर्यावरण के नाम पर कथित बुद्धिवादियोंद्वारा किए गए ‘कूडे की होली’ इन आवाहनोंके शिकार न हों। यह विकृति है। इसके द्वारा समाज का दिशाभ्रम करने का प्रयास किया जा रहा है।’’
१. खडकवासला जलाशय से पुणे शहर को पानीपूर्ति की जाती है। रंगपंचमी तथा धूलिवंदन के दिन रासायनिक रंगोंसे रंगे अनेक नागरिक जलाशय में स्नान करने हेतु आते हैं। इससे अधिक मात्रा में जलप्रदूषण होता है। यह अभियान सामाजिक ऋण का भान रखकर राष्ट्रीय संपत्ति का संवर्धन करनेवाला है।
२. गत २ वर्षोंसे ‘कमिन्स इंडिया लिमिटेड’ आस्थापन के अधिकारी तथा कर्मचारी इस अभियान में सम्मिलित हो रहे हैं।
३. सामूहिक स्थानोंपर रंग खेलना, महिला तथा अन्य किसी पर भी बलपूर्वक गुब्बारोंका उपयोग करना अथवा रंग लगाना, मद्यपान तथा धूम्रपान करना, भोजन करना इत्यादि पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। पुलिस का रक्षा दल सिद्ध कर अनाचार करनेवाले युवकोंको अधिकार में लेकर उनपर कडी कार्रवाइ करनी चाहिए, ऐसी मांगे की गर्इं।
४. साथ ही यह आवाहन भी किया गया है कि इस अभियान में सम्मिलित होनेवाले ८९८३३३५५१७ इस क्रमांक पर संपर्क करें।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात