चैत्र कृष्ण पक्ष द्वितीया, कलियुग वर्ष ५११६
कहां धर्मरक्षा के साथ समाज सहायतार्थ जलरक्षा करनेवाली हिन्दू जनजागृति समिति एवं कहां केवल हिन्दुओंके त्यौहार के अवसर पर जलप्रदूषण का बहाना कर हिन्दुओंके धर्माचरण पर आंच लानेवाले हिन्दुद्रोही कथित पर्यावरणवादी संगठन !
पुणे (महाराष्ट्र) : हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा प्रतिवर्ष चलाया जानेवाला ‘खडकवासला जलाशय रक्षा अभियान’ इस वर्ष भी १०० प्रतिशत सफल हुआ। रंग से सना एक भी व्यक्ति पानी में नहीं उतरा। परिणामस्वरूप पूरे पुणे नगर को जलपूर्ति करनेवाले खडकवासला जलाशय के संभाव्य प्रदूषण को प्रतिबंध लगा। इस उपक्रम का यह निरंतर १४ वां सफल वर्ष है।
अभियान के कुछ अंश . . .
१. धूलिवंदन को अर्थात ६ मार्च को खडकवासला जलाशय रक्षा उपक्रम का उद्घाटन वारकरी संप्रदाय के अप्पा महामुनि महाराज मठ के व्यवस्थापक ह.भ.प. विद्यानंद सांगळे महाराज, ह.भ.प. विट्ठलानंद महाराज, खडकवासला जलसंपदा विभाग के सहायक अभियंता श्री. नारायण गायकवाड एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. पराग गोखले के शुभहाथों श्रीकृष्ण की प्रतिमा का पूजन किया गया।
२. इस अवसर पर पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक विजय देशमुख, खडकवासला ग्रामपंचायत की सरपंच श्रीमती श्यामा खालकर, स्वातंत्र्यवीर सावरकर स्मृति प्रतिष्ठान के श्री. विद्याधर नारगोलकर, ग्रामवासी श्री. ज्ञानेश्वर मते इत्यादि मान्यवर उपस्थित थे।
३. प्रतिवर्ष समान ‘कमिंस इंडिया लिमिटेड’ आस्थापन के कर्मचारी तथा अधिकारी इस आंदोलन में सम्मिलित हुए थे।
४. ह.भ.प. विद्यानंद सांगळे महाराज ने कहा कि, ‘वर्तमान समय में धर्म नष्ट हो गया है। इसलिए विकृति बढ गई है। यह विकार टालने हेतु लोगोंमें जागृति उत्पन्न करनेवाले ऐसे उपक्रम होना आवश्यक है।’ ‘’
५. अप्पा महामुनि महाराज मठ के अध्यक्ष ह.भ.प. विट्ठलानंद महाराज ने कहा कि, ‘हम से सकारात्मक कार्य होना चाहिए । यदि प्रकृति का संतुलन बिगड गया, तो मानवी जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। इसलिए समिति द्वारा चलाया जानेवाला उपक्रम प्रशंसायोग्य है।’
६. श्री. गायकवाड ने कहा कि, ‘जलाशय रक्षा उपक्रम के लिए सदैव सिंचन विभाग समिति की सहायता करुंगा।’
७. सवेरे १० से सायं समय ७ के बीच हुए उपक्रम में जलाशय के चारो ओर खडे ७५ कार्यकर्ताओंने रंग से सने एवं जलाशय में उतरने की इच्छा रखनेवाले नागरिकोंका प्रबोधन किया।
८. ‘पर्यावरणपूरक रंगपंचमी खेलेंगे !’, ‘नहीं चाहिए प्रदूषित पानी, नहीं चाहिए धर्महानि, आनंद के साथ त्यौहार मनाएंगे!’, ‘आज जलाशय की हानि की, कल आपत्काल का सामना करना पडेंगा!’, कार्यकर्ताओंने ऐसे आशय के फलक धारण किए थे।
९. यहां लगाए गए प्रबोधन कक्ष के माध्यम से नागरिकोंको इस उपक्रम में सम्मिलित होने का आवाहन किया जा रहा था।
१०. ऐसा ही उपक्रम ११ मार्च (रंगपंचमी) को भी चलाया जाएगा। समिति द्वारा इस में सम्मिलित होने की इच्छा रखनेवालोंको ८९८३३३५५१७ क्रमांक पर संपर्क करने का आवाहन किया गया है।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात