माघ शुक्ल पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११५
हिंदुबहुसंख्यक देशमें हिंदु धर्मके विषयमें जागृति करने हेतु पुलिसकर्मियोंद्वारा अकारण अडचन उत्पन्न करना संतापजनक है ! पुलिसद्वारा समितिके कार्यकर्ताओंसे अलग अलग दस्तावेजोंकी मांग
चिपलुन (महाराष्ट्र) – 'हिंदु जनजागृति समिति'द्वारा रविवार, १६ फरवरी २०१४ को संध्या समय ५ से ९ की कालावधिमें यहांके युनाइटेड हाइस्कूलके मैदानमें सार्वजनिक 'हिंदु धर्मजागृति सभा'का आयोजन किया गया है । इस सभाकी अनुमतिका आवेदनपत्र 'रत्नागिरी जिला पुलिसअधीक्षक'को २३ जनवरी २०१४ को दिया गया है; परंतु सभाके लिए अनुमति देने हेतु पुलिसद्वारा अलग-अलग प्रकारके दस्तावेजोंकी मांग की जा रही है। समितिके कार्यकर्ताओंद्वारा अबतक मांगे गए दस्तावेजोंकी पूर्तता की गई है । तो भी पुलिसद्वारा सभाकी अनुमतिके लिए अधिक दस्तावेजोंकी मांग कर अनुमति देनेमें कार्यकर्ताओंको अडचनमें लाया जा रहा है ।
९ फरवरीको समितिद्वारा पुलिसमें सभी आवश्यक दस्तावेजोंकी पूर्तता की गई है तथा अनुपालन पत्रके माध्यमसे सभाके लिए विनाविलंब अनुमति देनेकी विनती की गई है ।
'हिंदु धर्मजागृति सभा'में मार्गदर्शन करनेवाले वक्ताओंसे भी लिखित रूपमें प्रतिभूतिपत्रकी मांग
समितिके अनुपालन पत्रको उत्तर देते समय पुलिस निरीक्षकद्वारा दस्तावेजोंकी मांग की गई है । इस पत्रमें कहा गया है कि सभामें मार्गदर्शन करने हेतु महाराष्ट्रसे जिन अलग-अलग वक्ताओंको आमंत्रित किया है, उनसे ‘’किसीकी भी धार्मिक भावनाएं आहत नहीं होगी । अन्य किसी भी जात-पातकी आलोचना नहीं करेंगे अथवा किसी भी राजनीतिक पक्षका प्रचार नहीं करेंगे । उसीप्रकार बिना कारण पुलिस विभागपर आलोचना नहीं करेंगे ।’’, ऐसा प्रतिभूतिपत्र लिखवाकर पुलिस थानेमें त्वरित प्रस्तुत करें, जिससे हमें रत्नागिरीके पुलिस थानेमें उसे समयमें प्रस्तुत करना संभव होगा, यह ध्यानमें लें । (क्या पुलिसद्वारा कभी ऐसे पत्र संभाजी ब्रिगेड, अंनिस आदि संगठनों अथवा अन्य धर्मियोंको मांगे गए हैं ?- संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात