फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्थी, कलियुग वर्ष ५११५
वेलेंटाईन डेके विरोधमें सक्रिय होनेवाले जलगांवके धर्माभिमानियोंका अभिनंदन !
हिंदू जनजागृति समितिद्वारा भारतीय संस्कृति रक्षा अभियान
जलगांव : वेलेंटाईन डे के अवसरपर होनेवाले अनाचार प्रतिबंधित करने हेतु ८ महाविद्यालयोंके प्राचार्योंको निवेदन प्रस्तुत किए गए । इन्स्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, धनाजी नाना महाविद्यालयमें समितिद्वारा ‘वेलेंटाईन डे,’ इस विषयपर प्रवचन आयोजित किया गया । उस समय ४ सहस्र प्रबोधनात्मक पत्रकोंका वितरण भी किया गया ।
नूतन मराठा विद्यालयके छात्रोंका उत्साहपूर्ण सहयोग !
जलगांवमें नूतन मराठा विद्यालयके छात्रोंने महाविद्यालयके फलकपर ‘नो वेलेंटाईन डे’ इस प्रकारकी पंक्तियां लिखकर विरोध प्रदर्शित किया । प्राचार्योंको निवेदन प्रस्तुत करनेके लिए जा रहे समितिके कार्यकर्ताओंकी ओरसे छात्रोंने स्वयं निवेदन हाथमें लेकर उसपर २५ से ३० छात्रोंके हस्ताक्षर प्राप्त किए तथा सभी एकत्रित गए एवं यह निवेदन प्रस्तुत किया । कार्यकर्ताओंके प्रबोधनके पश्चात इकट्ठे हुए छात्रोंमेंसे सागर राजपूतने वेलेंटाईन डेके निमित्त भेंट देनेके लिए लाया गया गुलाबका पुष्प पैरोंतले कुचला । ( इससे यह सिद्ध होता है कि हिंदू जनजागृति समितिके प्रबोधनके कारण हिंदुओंमें इतनी अधिक मात्रामें परिवर्तन हो रहा है ! हिंदू जनजागृति समितिको प्राप्त ईश्वरीय अधिष्ठानके कारण ही यह संभव हो पाया है । यदि यह जानकर सर्वत्रके हिंदुनिष्ठ साधनामार्गपर चलें, तो वही सुदिन होगा ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) हिंदु धर्मका अभिमान जागृत करने हेतु उपस्थित सर्व छात्रोंने धर्मशिक्षा कक्षकी मांग कर सागर राजपूतका अभिनंदन भी किया ।
प्रबोधनके पश्चात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषदके कार्यकर्ताओंद्वारा वेलेंटाईन डे के शुभेच्छापत्रकोंकी होली !
मु. जे. महाविद्यालयमें पत्रक वितरित करनेके पश्चात वहांकी राष्ट्रसेविका समितिकी कार्यकर्तीने भुसावलके महाविद्यालयमें वितरित करनेके लिए पत्रकोंकी मांग की । पत्रकमें अंतर्भूत प्रबोधनपर लिखे संदेश पढकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषदके कार्यकर्ताओंने वेलेंटाईन डेके शुभेच्छापत्रकोंकी होली की । पत्रकोंका वितरण करते समय `यदि हिंदू जनजागृति समितिका पत्रक है, तो हमें पढनेके लिए दीजिए’, ऐसा कहकर कुछ युवकोंने पढनेके लिए स्वयं पत्रकोंकी मांग की ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात