फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११५
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जलगांव (महाराष्ट्र) – ‘पांडवोंके निवाससे पवित्र भूमिकी आज दुर्दशा हो रही है । शासनकर्ताओंने भी उस ओर दुर्लक्ष किया है । वहांके क्षेत्रमें मस्जिदके स्वरूपमें बांधकाम हो जानेकी बात कही जा रही है; किंतु वहां कोई भी मस्जिद होनेका कागदी (दस्तावेजी) प्रमाण नहीं है । ऐसी परिस्थितिमें पांडववाडा ‘राष्ट्रीय स्मारक' घोषित होना ही चाहिए ।
जलगांव-शिरसोली मार्गपर मोहाडी ग्रामपंचायतके क्षेत्रमें कुछ वर्ष पूर्वसे पशुवधगृह चल रहा है । वह भी तुरंत बंद किया जाए, सभी वारकरी भाईयोंकी ऐसी मांग है । जलगांवमें १ मार्च २०१४ को आयोजित आंदोलनको सभी वारकरी संप्रदायका समर्थन है । इस मोर्चामें सभी वारकरी भाई सहस्रोंकी संख्यामें सम्मिलित हों’, राष्ट्रीय वारकरी सेनाके संस्थापक अध्यक्ष ह.भ.प. निवृत्ती महाराज वक्तेने मुक्ताईनगर स्थित आदिशक्ति मुक्ताई समारोहमें २७ फरवरीको ऐसा आवाहन किया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात