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साध्वी प्रज्ञासिंह की मुक्तता करने के लिए शासन को पत्र भेजने का श्रीराम सेना का आवाहन !

श्रीराम सेनाद्वारा आवाहन !

साध्वी प्रज्ञाजी की मुक्तता के लिए प्रयास करना, क्या यह प्रत्येक हिन्दू का कर्तव्य नहीं है ? आईए, अब हम सब एकत्रित होकर इस पत्र अभियान में सम्मिलित होंगे !

श्रीराम सेनाद्वारा यह आवाहन किया गया है कि, ‘साध्वी प्रज्ञा सिंह को कांग्रेस शासन ने भगवा आतंकवाद के झूठे परिवाद में अक्तूबर २००८ में बंदी बनाया। धर्मांधोके मतोंके लिए हिन्दू आतंकवाद के नाम का झूठा प्रसार कांग्रेस शासन ने किया। इस बंदी को ६ वर्ष हो चुके हैं। अपितु इस याचिक के परिवाद अभीतक निश्चित नहीं किए गए हैं।

ऐसा क्यों है कि, साध्वी को जमानत प्राप्त नहीं होती तथा परिवाद भी आगे नहीं बढाया जाता, केवल समय व्यतीत कर रहे हैं ? हिन्दू साध्वी के माथे पर हिन्दू आतंकवादी ऐसा कलंक क्यों रखा गया ?

एक भी प्रमाण न होते हुए भी झूठे परिवाद के कारण कारागृह में बंदी बनाकर कष्ट देने के कारण सात्त्विक साध्वी का शाप प्राप्त होने के कारण कांग्रेस का देश में सत्यानाश हुआ। महाराष्ट्र तथा केंद्र में दोनों ओर भाजपा अब सत्ता में है। अतः एक करोड निषेधपत्र लिखकर सर्व हिन्दू शासन पर दबाव डालें !’

अधिनियम दोनोंके लिए पृथक क्यों है ?

१. तमिळनाडु के कोईम्बतूर में बमविस्फोट कर ११७ लोगोंके तथा बंगलुरू (कर्नाटक) में शृंखला बमविस्फोट कर एक व्यक्ति की मृत्यु के लिए कारण हुए, साथ ही आरोप सिद्ध होने के पश्चात दंड दिए गए केरल का अब्दुल नजीर मदनी को जमानत प्राप्त हुई। इस देशद्रोही को बंगलुरू के अतिविकसनशील तंत्रज्ञान के रुग्णालय में उपचार किए गए।

२. कुविख्यात हिन्दी सिने कलाकार संजय दत्त को मुंबई बमविस्फोट के समय ५ एके ४७ रायफल घर में रखने के कारण ५ वर्ष का दंड सुनाया गया। उसकी १० से अधिक बार पॅरोल पर मुक्तता हुई है ।

३. हाल ही में जम्मू-काश्मीर के फुटीरतावादी देशद्रोही मसरत आलम की मुक्तता मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहमद सईदद्वारा की गई है।

४. बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री लालु प्रसाद यादव को घास (चारा घोटाला) घपले में न्यायलयद्वारा दंड प्राप्त होकर भी वे जमानत पर पुनः राजनीतिक घास खा रहे हैं।

५. भ्रष्टाचार के लिए ५ वर्ष कारावास तथा १०० करोड रुपयोंका दंड प्राप्त हुई जयललिता जमानत पर मुक्त होकर पुनः मुख्यमंत्री बन कर घूम रही है।

६. कुविख्यात देशद्रोही दाऊद इब्राहिम का भाई इक्बाल कासकर की ख्याती हत्या, दरोडा, हफ्ताप्राप्ति, शासकीय क्षेत्र में अतिक्रमण, ब्लॅकमेल करना ऐसी है। उसे भी जमानत पर मुक्त किया गया है।

यह सभी उदाहरण नमुना के रूप में हैं। ऐसे कितने उदाहरण आप को पता होंगे; किंतु ऐसा होते हुए भी झूठे परिवाद के नीचे बंदी बनाकर कारावास में होनेवाली निरपराधी साध्वी प्रज्ञासिंह को जमानत क्यों नहीं प्राप्त होती ?

साध्वी की मुक्तता के लिए लडा देना, क्या यह प्रत्येक हिन्दू का कर्तव्य नहीं है ?

आईए, अब हम सब एकत्रित होकर इस पत्र अभियान में सम्मिलित होंगे !

देशद्रोही, भ्रष्टाचारी, अत्याचारी इन सभी को जमानत पर मुक्त करनेवाला अधिनियम क्या साध्वी के लिए नहीं है ?

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को मातृभाषा में पत्र लिखें। घर के सर्व सदस्य, मित्र, परिवार के लिए, छात्र तथा हम से संलग्न सभी संबंधित संगठनोंद्वारा इस पत्र अभियान में सम्मिलित होने के लिए बताएं। आप पत्रलेखन, इमेल, फेसबुक, रजिस्टर, व्हॉट्स अ‍ॅप के समान माध्यमोंद्वारा भी यह पत्र भेज सकते हैं !

१. मा. प्रणव मुखर्जी, राष्ट्रपति, राष्ट्रपति भवन, नई देहली – ११०००४
र्इमेल : [email protected]

२. मा. नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री, १४८ ब, साउथ ब्लॉक, रायसिना हिल, नई देहली – ११०००१
र्इमेल : [email protected]

३. मा. देवेंद्र फडणवीस, मुख्यमंत्री, षटी सीडियां, मुख्य इमारत, डॉ. मादाम कामा मार्ग, मंत्रालय, मुंबई – ४०००३२
र्इमेल : [email protected]

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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