हिन्दू जनजागृति समिति का अभियान – ‘विनाशकारी पटाखोंपर प्रतिबंध लगाएं !’
जलगांव में पत्रकार परिषद
जलगांव (महाराष्ट्र) : हिन्दू धर्म में ‘दीपावली’ महत्त्वपूर्ण त्यौहार है ! परंतु धर्मशिक्षा के अभाव में हिन्दू इस त्यौहार को मनोरंजन के रूप में देख रहे हैं। इस त्यौहार में अन्य धार्मिक कृतियोंकी अपेक्षा पटाखोंको ही प्रमुख रूप से प्राधान्य दिया जाता है !
पटाखोंसे होनेवाले ध्वनिप्रदूषण एवं वायूप्रदूषण के दुष्परिणामोंके कारण मानवी आरोग्य पर संकट आता है, इसलिए जानलेवा प्रदूषणकारी पटाखोंकी आतिषबाजी का बहिष्कार करें ! हिन्दू जनजागृति समिति की कु. रागेश्री देशपांडे ने ऐसे उद्गार व्यक्त किए।
दीपावली के उपलक्ष्य में समितिद्वारा चलाए जानेवाले जनजागृति उपक्रम की जानकारी देने हेतु आयोजित पत्रकार परिषद में वे बोल रही थीं।
इस अवसर पर सनातन संस्था के श्री. दत्तात्रय वाघुळदे एवं हिन्दू महासभा के प्रदेश संगठक अधिवक्ता श्री. गोविंद तिवारी उपस्थित थे।
श्री. दत्तात्रय वाघुळदेद्वारा दीपावली के प्रत्येक त्यौहार के धर्मशास्त्र के अनुसार महत्त्व स्पष्ट किया गया एवं धर्मशास्त्र के अनुसार त्यौहार कैसे मनाया जाए, इसकी जानकारी दी गई। दैनिक सनातन प्रभात का दीपावली विशेषांक एवं सनातन का ग्रंथ ‘सात्त्विक रंगोली’ के विषय में जानकारी दी गई। तदुपरांत हिन्दू जनजागृति समिति की कु. रागेश्री देशपांडेद्वारा दीपावली को आया विकृत स्वरूप स्पष्ट किया गया।
हिन्दू महासभा के अधिवक्ता श्री. गोविंद तिवारी ने कहा कि, प्रतिवर्ष समितिद्वारा यह उपक्रम चलाया जाता है। इस में हम सभी हिन्दुत्वनिष्ठ सम्मिलित रहते हैं। गत वर्ष हमने देवी-देवताओंके पटाखोंका विक्रय करनेवालोंके विरोध में निवेदन देने पर उन पर अपराध प्रविष्ट किए गए थे। वर्तमान समय में चीनी पटाखें सस्ते मिलते हैं; परंतु उनके दुष्परिणाम पर कोई ध्यान नहीं देता। धर्म के अनुसार त्यौहार मनाने पर वह त्यौहार ‘सात्त्विक’ एवं ‘न्यून व्यय’ में होता है।
इसलिए सभी हिन्दुओंको चाहिए कि वे धर्मशास्त्र के अनुसार त्यौहार मनाने को प्राधान्य दें !
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हिन्दू जनजागृति समिति का अभियान – ‘विनाशकारी पटाखोंपर प्रतिबंध लगाएं !’
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात