विविध हिंदुत्वनिष्ठ संघटनोंद्वारा ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’
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श्री अमरनाथ यात्रा की अल्प की हुई अवधि पुनः ५९ दिनोंकी की जाए !
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मध्य प्रदेश की भोजशाला में हिन्दूओंको नियमित रूप से पूजा करने का अधिकार प्राप्त हो !
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वैलेंटाईन डे, ‘मातृ-पितृ दिवस’ के रूप में मनाया जाए !
नई देहली : करोडों हिन्दूओंकी आस्था का केन्द्र रहनेवाली श्री अमरनाथ यात्रा की अल्प की हुई अवधि पुनः ५९ दिनोंकी की जाए, साथ ही मध्य प्रदेश की भोजशाला में हिन्दूओंको वसंतपंचमी के दिन (१२ फरवरी) संपूर्ण दिन तथा उसके आगे भी केवल हिन्दूओंको ही नियमित रूप से पूजा करने का अधिकार मिले, वैलेंटाईन डे के नामपर होनेवाली अनुचित घटनाओंको रोकने के लिए शासन १४ फरवरी इस दिन को महाविद्यालयीन स्तरपर ‘मातृ-पितृ दिन’ के रूप में मनाए, इन मांगोंको लेकर यहां के जंतरमंतर पर ७ फरवरी के दिन ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ किया गया।
इस आंदोलन में वैदिक उपासना पीठ, सनातन संस्था, पूज्यपाद संतश्री आसारामजीबापू आश्रम एवं हिन्दु जनजागृति समिति इनके कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे।
इस आंदोनल को मेरठ के हिन्दू स्वाभिमान के अधिवक्ता श्री. चेतन शर्मा, पूज्यपाद संतश्री आसारामबापू आश्रम की प्रवक्ती सुश्री नीलम दुबे एवं हिन्दु जनजागृति समिति की कु. कृतिका खत्री इन्होंने संबोधित किया।
कश्मीर की श्री अमरनाथ गुंफा में स्वयंभू रूप में उत्पन्न होनेवाले शिवलिंग का दर्शन करने के लिए प्रतिकूल वातावरण में भी देश-विदेशोंसे लाखों हिन्दू यहां आते हैं। दुर्भाग्यवश श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से इस वर्ष २ जुलाई को आरंभ होनेवाली इस यात्रा की अवधि को ५९ दिनोंसे ४८ दिन किया जाना, यह हिन्दूओंपर होनेवाला अन्याय ही है !
इसलिए भाजपा शासन को इस अवधि को पूर्ववत ५९ दिन की ही करे, यह मांग इस अवसरपर रखी गई।
क्षणचित्र
१. अधिवक्ता श्री. चेतन शर्मा मेरठ से आंदोलन के लिए देहली में आए हुए थे !
२. आंदोलन के आरंभ से पहले अचानक वर्षा आरंभ हुई थी; परंतु आंदोलन के समय वर्षा रूक गई, इस लिये आंदोलन निर्विघ्न रूप से संपन्न हुआ !
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात