हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘हिन्दूसंगठन’ बैठकोंका आयोजन
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ओडिशा के राऊरकेला, हाथीवाडी, कलुंगा तथा संबलेश्वर में ‘हिन्दूसंगठन’ बैठकोंका आयोजन
राऊरकेला (ओडिशा) : संबलपुर में आयोजित हिन्दूसंगठन बैठक में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री.रमेश शिंदे ने बताया कि, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मेघालय, आसाम एवं मिजोरम आदि ईशान्यपूर्व के राज्यों में हिन्दुओंकी स्थिति अत्यंत चिंताजनक है !
श्री. शिंदे ईशान्य क्षेत्र के राज्योंका भ्रमण करने के पश्चात ओडिशा आए थे। इस अवसर पर ओडिशा राज्य समन्वयक श्री. प्रकाश मालोंडकर उपस्थित थे।
१. इस बैठक में देश के हिन्दुओंकी चिंताजनक स्थिति के विषय में उन्होंने कहा कि, आज अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करते समय विदेश जाने हेतु पारपत्र निकालने समान दस्तावेज प्रस्तुत करना पडता है एवं उसमें दी गई समयमर्यादा तक ही राज्य में रहना संभव होता है। अतः ऐसा प्रश्न उपस्थित होता है कि हम भारत के एक राज्य में हैं अथवा विदेश में ?
२. कश्मीर के साढेसात लाख हिन्दुओंको कश्मीर छोडना पडा। अब कश्मीर का पूरी तरह ‘इस्लामीकरण’ हो गया है !
३. मिजोरम के शासकीय जालस्थल पर भारत का परिचय प्रथम एक ‘ईसाई राज्य’ के रूप में दिया जाता है ! अरुणाचल प्रदेश में ९२ प्रतिशत, मिजोरम में ९७ प्रतिशत एवं नागालैंड में लगभग ८७ प्रतिशत ‘ईसाईकरण’ हो गया है !
४. असम के २६ में ७ जिलों में मुसलमानोंकी संख्या ६० प्रतिशत से अधिक है !
५. बंगाल के १० जिलों में मुसलमान ४० प्रतिशत हो गए हैं। ओडिशा का परिचय हिन्दू बहुसंख्यक क्षेत्र के तीसरे क्रमांक के राज्य के रूप में दिया जाता था। अब यहां भी बांग्लादेशी मुसलमान घुसपैठियोंकी संख्या तीव्र गति से बढ रही है तथा भारी संख्या में आदिवासी क्षेत्र के हिन्दू आदिवासियोंका भी ‘ईसाईकरण’ हो रहा है !
६. तमिलनाडू एवं केरल राज्यों में हिन्दुओंकी दिन-ब-दिन न्यून होनेवाली संखया भी अत्यंत चिंताजनक है। ऐसी परिस्थिति में हिन्दुओंका ‘सतर्क एवं संगठित’ होना समय की आवश्यकता है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात