‘शिवजयंती उत्सव’
ऐरोली स्थित ‘ज्ञानदीप विद्यालय’ की ओर से ‘शिवजयंती’ बडे हर्षोल्हास से मनायी गई !
मुंबई : छत्रपति शिवाजी महाराज का चरित्र, सभी छात्र अभी से ग्रहण करें; इस हेतु १९ फरवरी को ऐरोली के ज्ञानदीप विद्यालय की ओर से ‘शिवजयंती’ बडे हर्षोल्हास के साथ मनायी गई।
इस अवसरपर विद्यालय की ओर से व्याख्यानोंका आयोजन किया था।
इन व्याख्यानों में कोपरखैरणे के मॉडर्न विद्यालय में १०वी कक्षा में पढनेवाला विद्यार्थी कु. समाधान जाधव एवं हिन्दु जनजागृति समिति की ओर से श्री. हर्षद खानविलकर ने उपस्थित छात्रोंको ‘शिवराय एवं उनका चरित्र’ इस विषयपर संबोधित किया।
इस अवसरपर कु. समाधान ने उपस्थितोंको मंत्रमुग्ध करनेवाला छत्रपती शिवाजी महाराज का चरित्र प्रस्तुत किया। उसने कहा कि, अन्य देश महाराज की युद्धनीति का अवलंब कर रहे हैं, वहां महाराज का इतिहास पढाया जा रहा है; परंतु हमारा यह दुर्भाग्य है कि, हमारे राज्यकर्ताओंके लिए हमारे ही राजा का तनिक भी मोल नहीं है !
हिन्दु जनजागृति समिति के श्री. खानविलकर ने कहा कि, छात्रोंने यदि अध्ययन के समय ‘गणपति एवं सरस्वती देवी’ इनको प्रार्थना कर अध्ययन किया, तो जिस प्रकार से ईश्वर ने महाराज की सहायता की थी, उसी प्रकार ईश्वर हमारी भी सहायता करेगा।
इस अवसरपर कक्षा ४ से कक्षा ७ तक के छात्र एवं अध्यापक, मिलकर ३५० से भी अधिक लोग उपस्थित थे।
क्षणचित्र : विद्यालय के छात्राओंने बडे उत्साह के साथ ‘भाषण एवं पोवाडे’ (वीर राजाओंके पराक्रम का गीतोंके रूप में क्षात्रवृत्ति से प्रस्तुतीकरण) प्रस्तुत किए !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात