हिंदू विधिज्ञ परिषद की सफलता !
हिंदुओ, इस सफलता के लिए ईश्वर के चरणों में कृतज्ञता व्यक्त करें !
मुंबई : हिंदू विधिज्ञ परिषद के सदस्य तथा पूज्यपाद संतश्री आसारामबापूजी के भक्त श्री. धर्मराज चंदेल ने भिवंडी-निजामपुर महानगरपालिका के अधिकार में स्थित ईदगाह पशुवधगृहद्वारा हो रहे प्रदूषण के कारण वह बंद करना चाहिए; इसलिए पुणे के राष्ट्रीय हरित लवाद के कार्यालय में वर्ष २०१४ में याचिका प्रविष्ट की थी।
इस याचिका के परिणामस्वरूप महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने भिवंडी-निजामपुर महानगरपालिका का ‘ईदगाह’ पशुवधगृह बंद करने का आदेश दिया !
इस संदर्भ में हिंदू विधिज्ञ परिषद के अध्यक्ष अधिवक्ता श्री. वीरेंद्र इचलकरंजीकर ने श्री. धर्मराज चंदेल की ओर से वाद-विवाद किया।
इस संदर्भ में हुई सुनवाई के समय हरित लवाद ने महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सदस्य-सचिवोंको प्रत्यक्ष उपस्थित रह कर क्या कार्रवाई की, इस संदर्भ की जानकारी देने को कहा था। उसी के अनुसार ६ अप्रैल को हुई सुनवाई के समय मंडल के सदस्य सचिव श्री. अंबलगन भी उपस्थित थे।
उनके द्वारा प्रविष्ट प्रतिज्ञापत्र में ऐसा कहा गया है कि, महानगरपालिका ने यह पशुवधगृह चलाने के लिए दिया है। उस पर महानगरपालिका का ही नियंत्रण है।
इस पशुवधगृह में प्रतिदिन ४० से ५० बडे जानवरोंकी हत्या की जाती थी। इस पशुवधगृह पर किसी का भी नियंत्रण नहीं था। पशुवैद्यकीय अधिकारी के कहेनुसार ब्यौरा ठीक नहीं है, प्रदूषण न हो, इसलिए कोई भी यंत्रणा अस्तित्व में नहीं है, पशुवध से निर्माण होनेवाले अनुमानत: ५ से १० सहस्र लिटर गंदा पानी निकट की कामावरी नदी में जा रहा है, इससे होनेवाला प्रदूषण, परिसर में फ़ैलनेवाली दुर्गंध, आदि बातोंके लिए महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने १ अप्रैल २०१६ को पशुवधगृह बंद करने का आदेश दिया है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात