‘राष्ट्रीय हिंदू आंदोलन’
अमरावती : महाराष्ट्र शासन ने सत्ता पर आने के पश्चात गोहत्या प्रतिबंधक अधिनियम लागू तो किया है; परंतु उसका कठोरता से पालन नहीं किया जा रहा है। मुंबई, नाशिक, मालेगांव, नांदेड आदि बडे शहरोंके साथ अमरावती जनपद में भी गोमांस तस्करी अभी तक चल रही है। अतः शासन को इस कानून का कठोरता से पालन करना चाहिए।
साथ ही, कर्नाटक शासन ने अर्थसंकल्प में धर्मांधाेंके विकास के लिए आर्थिक व्यवस्था की है तथा हिंदुओंके विकास के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है। इस बात का निषेध करने के लिए १७ अप्रैल को अमरावती के राजकमल चौक में सायंकाल ५ से ७ बजे तक हिंदू जनजागृति समिति तथा समविचारी हिंदूत्वनिष्ठ संगठनोंकी ओर से ‘राष्ट्रीय हिंदू आंदोलन’ का आयोजन किया गया।
शासन को गोहत्या प्रतिबंधक कानून कठोर बनाकर अपराधियोंको दंड देना चाहिए ! – श्री. प्रवीण गिरी, जनपद संयोजक, बजरंग दल
अमरावती में २५ टन गोमांस ले कर जानेवाला ट्रक हमारे कार्यकर्ताओंद्वारा अधिकार में लिया गया; किंतु तत्पश्चात उन पर की गई कार्रवाई के विषय में पुलिस तथा प्रशासन ने कोई जानकारी नहीं दी। इसके विपरीत हमें ही धमकाया गया। हमें सदैव ऐसा ही प्रतिसाद दिया जाता है !
शासन को गोरक्षकोंके प्राणोंकी रक्षा करनी चाहिए। गोहत्या प्रतिबंधक कानून का कठोरता से पालन कर अपराधियोंको दंड देना चाहिए।
हिंदुओंके विकास के लिए अर्थसंकल्प में व्यवस्था का अभाव करना, संविधान के किस तत्त्व में है ! – श्रीमती अनुभूती टवलारे, हिंदू जनजागृति समिति
एक ओर ‘धर्मनिरपेक्षता’ है ऐसा बताकर दूसरी ओर हिंदुओंके विकास के लिए अर्थसंकल्प में प्रबंध का अभाव करना, भेदभाव करना, यह बात संविधान के किस तत्त्व में आती है ? कर्नाटक राज्य में निरतंर हिंदुओंके विकास को निकृष्ट स्थान दिया जाता है !
इस आंदोलन में श्रीशिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान के श्री. अभिषेक दीक्षित ने गोरक्षा करते समय उन्हें हुए अनुभवोंके बारे में बताया। तत्पश्चात सामाजिक कार्यकर्ता तथा गोमाता भक्त कु. राधिका मोहोड ने भी अपना मत व्यक्त करते हुए पंचगव्य का महत्त्व बताया। श्री योग वेदांत सेवा समिति के श्री. मानव बुद्धदेव ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर, विश्व हिंदू परिषद के श्री. खेडकर, भगवे वादळ संगठन के श्री. अतुल खोंड, हिंदू जनजागृति समिति के श्री. नीलेश टवलारे, श्री. श्याम सांगूनवेढे, श्री. तुषार वानखडे, श्री. सुधीर देशपांडे, श्री. संकेत टवलारे तथा सनातन संस्था की श्रीमती अरूणा बिंड, श्रीमती छाया टवलारे, श्रीमती ज्योती खाडे के साथ ५० से भी अधिक हिंदुत्वनिष्ठ उपस्थित थे।
उपर्युक्त विषयोंका निवेदन जिलाधिकारी को १८ अप्रैल को प्रस्तुत किया गया।
क्षणिकाएं
१. आंदोलन की सिद्धता हेतु धर्मशिक्षा वर्ग के छात्र तथा अन्य हिंदुत्वनिष्ठ स्वयंस्फूर्ति से सम्मिलित हुए थे।
२. तापमान अधिक होते हुए भी सभी कार्यकर्ता एक घंटा पूर्व से सेवा हेतु उपस्थित थे।
३. श्री. प्रविण गिरी ने आंदोलन के पश्चात मत व्यक्त करते हुए कहा कि, प्रति पंद्रह दिनों में इस प्रकार का आंदोलन आयोजित करना चाहिए। हम भी इस कार्य में सम्मिलित होंगे।
४. विश्व हिंदू परिषद के जनपदाध्यक्ष डॉ. सुरेश चिकटे किसी कारणवश उपस्थित नहीं हो सके, अतः उन्होंने दो बार भ्रमणभाष कर क्षमा मांगी।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात