भरी वर्षा में ही पावनखिंड पर खाई गई हिन्दु राष्ट्र की शपथ !
बाजीप्रभु देशपांडे के स्मृतिस्थल को अभिवादन करते हुए हिन्दुत्वनिष्ठ पावनखिंड पर हिन्दु राष्ट्र स्थापना की शपथ ली गई । उस समय श्री. सुनील घनवट ने यह वक्तव्य किया कि, ‘जिस प्रकार स्वतंत्रता हमें किसी ने भेंटस्वरूप प्रदान नहीं की अथवा हमारी झोली में नहीं डाली, उसी प्रकार हिन्दू राष्ट्र भी किसी ने भेंट नहीं दिया है, तो वह लडकर ही प्राप्त करना पडेगा । पराक्रमी मावळे, क्रांतिकारी तथा राष्ट्रपुरुषों के बलिदान के कारण ही हम अपनी पहचान हिन्दू के रूप में कर रहे हैं । इस बात का विचार हमें आज ही करना पडेगा कि, यदि आनेवाली पिढी ने हमें पूछा कि, आप ने हमारे लिए क्या किया, तो आप के पास क्या उत्तर होगा ? हमारे आदर्श चित्रपट सृष्टि की अपेक्षा भगतसिंग, सुखदेव, तानाजी मालुसरे, बाजीप्रभु देशपांडे, वीर शिवा काशीद होने
चाहिए । छत्रपति शिवाजी महाराज ने जिस प्रकार मुठ्ठीभर मावळों के साथ स्वराज्य स्थापन किया, उसी प्रकार अपने साथ मुठ्ठीभर लोगों को साथ लेकर हमें हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करनी पडेगी ।
उस समय वीर शिवा काशिद के १३ वे वंशज श्री. आनंदराव काशीद, अनिकेत हिरवे, मधुकर कोरे, के.डी.सी.सी.के संचालक श्री. सर्जेराव पाटिल, भाजपा के श्री. सुरेश पटेल, श्री. चारुदत्त पोतदार, जितेंद्र पंडित, रमेश पडवळ, रत्नागिरी के श्री. महेश मयेकर के साथ २५० से अधिक हिन्दू धर्माभिमानी उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात