जलगांव में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’
जलगांव : जो हिन्दुओं के मतोंपर चुनाव जीतकर सत्ता में बैठते हैं, वहीं यदि गोमाता की रक्षा करनेवालों के विरोध में वक्तव्य देने लगें, तो उनका तीव्र निषेध हम करते हैं ! छत्रपति शिवाज महाराज जब १४ वर्ष के थे, तब उन्होंने कसाईयों के हाथों से गोमाता को छुडवाकर उन कसाईयों के हाथ काटे थे ! आज के राज्यकर्ता यदि गोरक्षा करनेवालों को ही गुंडा कहते हों, तो उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज से कौन सा आदर्श लिया ? हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करनेवाले वक्तव्य ना दें । मैं आप से अनुरोध करता हूं कि, आपकेद्वारा दिया हुआ वक्तव्य वापस लें ! ऐसा प्रतिपादन ह.भ.प. गजानन महाराज वरसाडेकर ने किया । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने गोरक्षकों के संदर्भ में दिए हुए अवमानकारक वक्तव्य की निंदा करने हेतु, साथ ही जम्मू-कश्मीर में चल रही हिंसा को रोकने हेतु सेना को सर्वाधिकार दिए जाएं, इन मांगों को लेकर यहांपर आयोजित ‘राष्ट्रीय हिन्दु आंदोलन’ में वे बोल रहे थे । इस आंदोलन में विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के ९० से भी अधिक प्रतिनिधी उपस्थित थे । इस समय हस्तफलक हात में पकडकर प्रदर्शन किया गया ।
प्रधानमंत्रीद्वारा गोरक्षकों के संदर्भ में दिए गए वक्तव्य का निषेध ! – अधिवक्ता श्री. निरंजन चौधरी
आज गोमाता की बडी मात्रा में हत्या हो रही हैं । ऐसा होते हुए उसका समाधान निकालने के स्थानपर गोरक्षकों के संदर्भ में अवमानजनक वक्तव्य देना अत्यंत निंदनीय है । श्री. मोदीजी ने गोरक्षकों के संदर्भ में विचारपूर्वक वक्तव्य करना चाहिए । जितने भी गोरक्षकोंपर शासन अपराध प्रविष्ट करेगा, उनमें मैं एक अधिवक्ता के नाते गोसेवा के रूप में निःशुल्क सहयोग करूंगा !
प्रधानमंत्री के वक्तव्यों के कारण हिन्दुओं का खच्चीकरण ! – श्री. मोहन तिवारी, शिवसेना
मोदीजी के सत्ता में आनेपर यह देश ‘हिन्दु राष्ट्र’ घोषित होगा, यह अपेक्षा थी; परंतु उनके वक्तव्यों के कारण हिन्दुओं का खच्चीकरण ही हो रहा है । गोमाता की रक्षा के लिए हमपर चाहे कितने भी अपराध प्रविष्ट करें; हम गोमाता की रक्षा करते ही रहेंगे !
क्षणचित्र – कुछ मुसलमान बहुत समयतक आंदोलन स्थल पर रूक कर आंदोलन का निरीक्षण कर रहे थे !
पुणे : प्रधानमंत्री, गोरक्षक और गोमाता की क्षमा मांगें ! – हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की मांग
पुणे : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी गोरक्षकों के विरोध में दिए हुए अपने वक्तव्य को वापस लेकर गोमाता की क्षमा मांगें ! इस आशय का ज्ञापन यहां के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से निवासी उपजिलाधिकारी श्री. राजेंद्र मुठे को सौंपा गया। इस अवसरपर धर्माभिमानी सर्वश्री अनिकेत हराळे, अभिजित आवटी, हिन्दु जनजागृति समिति की प्रवीण नाईक, कृष्णाजी पाटिल तथा सनातन संस्था के विनायक बागवडे उपस्थित थे।
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से आंदोलन की अनुमति लेने हेतु कार्यकर्ता पुलिस थाने गए। उस समय प्रधानमंत्री के विरोध में आंदोलन करने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी, ऐसा कहकर आंदोलन के लिए अनुमति नहीं दी गई। प्रधानमंत्री स्वयं लोकतंत्र के पुरस्कर्ता होते हुए भी लोकतांत्रिक पद्धति से आंदोलन करने की अनुमति अस्वीकृत करने से कार्यकर्ताओं ने तीव्र असंतोष व्यक्त किया।
कोल्हापुर : प्रधानमंत्री का गोरक्षकों को समाजकंटक कहना, यह अनुचित वक्तव्य वे पीछे लें ! -धर्माभिमानियों की मांग
कोल्हापुर : हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से धर्माभिमानियों ने निवासी उपजनपदाधिकारी श्री. शंकर बर्गे को १२ अगस्त के दिन इस मांग का ज्ञापन प्रस्तुत किया कि, प्रधानमंत्री श्री. नरेंद्र मोदी का गोरक्षकों को समाजकंटक कहना, यह अनुचित वक्तव्य वे पीछे लें !
उस समय शिवसेना के उपजनपद प्रमुख श्री. संभाजी भोकरे, करवीर तहसीलप्रमुख श्री. राजू यादव, श्री शिवप्रतिष्ठान के श्री. राहुल नागटिळक, श्री. आशिष लोखंडे, बजरंग दल के श्री. सुधाकर परमणी, वन्दे मातरम युथ ऑर्गनायझेशन के श्री. अवधूत भाट्ये, युवा सेना के श्री. भाऊ चौगुले, हिन्दू एकता आंदोलन के श्री. शिवाजीराव ससे, शिवसेना के भुदरगड तहसीलप्रमुख श्री. प्रकाश पाटिल, संजय गांधी निराधार योजना के अध्यक्ष श्री. धनराज घाडगे, हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता, साथ ही सनातन संस्था की साधिकाओं के साथ अन्य धर्माभिमानी भी उपस्थित थे।
धर्माभिमानियों ने श्री. शंकर बर्गे के साथ प्रधानमंत्री के वक्तव्य संदर्भ में चर्चा की। उस समय श्री. बर्गे ने यह आश्वासन भी दिया कि, ‘धर्माभिमानियों की भावना शासन तक पहुचांई जाएगी !’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात