गोरक्षा एवं कश्मीर की सेना को सर्वाधिकार मिलने की मांग को लेकर नई मुंबई के कळंबोली में समस्त राष्ट्रप्रेमी एवं हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंद्वारा ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’
नई मुंबई : गोहत्या बंदी कानून का कोई उपयोग नहीं है, पुलिस एवं प्रशासन की मिलीभगत से आज भी गोतस्करी एवं गोहत्याएं हो रही हैं ! पुलिस पैसे लेकर कसाइयों को निर्दोष मुक्त करती है। गोरक्षकों पर झूठे अभिवाद प्रविष्ट किए जाते हैं। आज ऐसे अनेक अभियोग हम चला रहे हैं।
मोदीजी के वक्तव्य से गोरक्षकों पर पहाड टूट पडा है। हमारा २५ अधिवक्ताओं का संगठन गोरक्षकों को सभी प्रकार से वैधानिक सहयोग दे रहा है। भविष्य में भी गोरक्षक निर्भय होकर अपना कार्य करते रहें ! हम सभी अधिवक्ताओं का उन्हें पूरा समर्थन रहेगा, मुंबई उच्च न्यायालय के अधिवक्ता श्री. राजू गुप्ता ने ऐसी निश्चिति दी।
कळंबोली के ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ में उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठों को मार्गदर्शन करते हुए वे बोल रहे थे।
यहां २१ अगस्त को, ‘गोरक्षकों के संदर्भ में प्रधानमंत्रीद्वारा किये गये अनुद्गार वापस लेकर गोमाता से क्षमा याचना करें’ एवं ‘कश्मीर में सेना को सर्वाधिकार दे कर आतंकवादी एवं उनके समर्थकों पर कठोर कार्रवाई करें’ इन मांगों को लेकर राष्ट्रप्रेमी एवं हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ किया गया।
इस आंदोलन में स्वराज्य मावळा प्रतिष्ठान, श्रीराम मंदिर समिति, हिन्दू गोवंश रक्षा समिति, महाराणा प्रताप बटालियन, सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समिति आदि संगठनों के १२५ से भी अधिक राष्ट्र एवं धर्मप्रेमी सम्मिलित हुए थे।
आंदोलन में हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा व्यक्त किये गये विचार ….
गोरक्षक असामाजिक तत्त्व हैं, तो गोमांस खानेवाले कौन हैं ? – श्री. गुरुनाथ मुंबईकर, स्वराज्य मावळा प्रतिष्ठान
कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू करें। वहां पैलेट नहीं, अपितु बुलेट गन प्रयुक्त होनी चाहिए। हिन्दुओं का संगठित होना आवश्यक है। ८० प्रतिशत गोरक्षक असामाजिक तत्त्व हैं, मोदीजी ने व्यक्त किये गये अपने अनुद्गार वापस लिए जाने चाहिए। यदि गोरक्षक असामाजिक तत्त्व हैं, तो गोमांस खानेवाले कौन हैं ?
प्रधानमंत्री अब अपने वचन से पलट गए ! – श्री. महेश पवार, श्रीराम मंदिर समिति
हिन्दुओं ने मोदीजी को एकमत से चुना था; परंतु मोदीजी अब अपने वचन से पलट गए हैं ! इसलिए हिन्दू व्यथित हैं। यदि मोदीजी ने गोरक्षकों के विषय में अनुद्गार पीछे नहीं लिए, तो हिन्दुओं को आगामी हर चुनाव में ‘नकाराधिकार’ का उपयोग करना पडेगा !
‘देशभक्त कारागृह में बंद तो देशद्रोही खुलेआम घूम रहें हैं’, क्या भाजपा की भी निति काँग्रेस जैसी हो गई है ? – श्री. अजयसिंग सेंगर, महाराणा प्रताप बटालियन
विभाजन के समय गांधीजीं ने अल्पसंख्यकों को नहीं रोका होता तो, आज देश में गोहत्या एवं कश्मीर का प्रश्न ही नहीं निर्माण होता ! ‘देशभक्त कारागृह में बंद तो देशद्रोही खुलेआम घूम रहें हैं’ ये काँग्रेस जैसी भाजपा की भी निति हो गई है, इसलिये अब ‘हिन्दू राष्ट्र’ ही एकमात्र पर्याय है !
क्या पूरे देश में ‘कश्मीर समान’ परिस्थिति उत्पन्न होने पर ही मोदीजी की नींद खुलेगी ? – श्री. मारुति गुरव
हिन्दुओं को छत्रपति शिवाजी महाराज का आदर्श रखना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी अब गांधीजी को ‘आदर्श’ मान रहे हैं ! क्या पूरे देश में कश्मीर समान परिस्थिति उत्पन्न होने पर ही मोदीजी की नींद खुलेगी ?
गोमांस खानेवाले ‘विदेशी अतिथि’ देश को नहीं चाहिए ! – श्री. पवित्रसिंघ सिंधू, इंटिग्रिटी अँटीकरप्शन
हमारे लिए गाय पशु नहीं, माता है ! हरियाणा के मुख्यमंत्री के ‘विदेशी अतिथियों को तो आवश्यकता के अनुसार गोमांस पूर्ति करना पडेगी’, इस वक्तव्य का निषेध जितना भी करें, न्यून ही है। इस देश को ‘ऐसे’ विदेशी अतिथियों की कोई आवश्यकता नहीं है !
आंदोलन के अवसर पर उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा पंजाब के गोरक्षकों को बंदी बनाये जाने पर भाजपा शासन के संदर्भ में तीव्र प्रतिक्रियाएं व्यक्त की गई !
• ऐसा प्रतीत होने लगा है कि, बीफ बंदी का कानून अस्तित्व में है ही नहीं ! मोदीजी ने हिन्दुओं की धर्मभावनाएं आहत की हैं ! – श्री. संभाजी जावीर, श्रीराम मंदिर समिति
• शासन को गोरक्षकों की रक्षा करनेवाले कानून बनाने चाहिए ! – श्री. संतोष मोकल, श्रीराम मंदिर समिति
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात