शुद्ध भाद्रपद शुद्ध ७, कलियुग वर्ष ५११४
संत ज्ञानेश्वर मित्र मंडल एवं हिंदू जनजागृति समितिद्वारा संयुक्तरूपसे सामूहिक अथर्वशीर्ष पठन
चिंचवड, पुणे (महाराष्ट्र), २१ सितंबर (वृत्तसंस्था) -‘चिंचवडके राजा’ माने जानेवाले ‘संत ज्ञानेश्वर मित्र मंडल’ एवं हिंदू जनजागृति समितिद्वारा संयुक्तरूपसे ऋषिपंचमीके दिन सामूहिक अथर्वशीर्ष पठनका आयोजन किया गया । इस अवसरपर उपस्थित श्रद्धालुओंको संबोधित करते हुए हिंदू जनजागृति समितिके श्री. पराग गोखलेजीने कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति हिंदुओंकी मूर्तिविसर्जनके धार्मिक कृत्यमें हस्तक्षेप कर रही है । भारतीय संविधानकी धारा २५ के अनुसार यह अपराध है । गणेशोत्सवकी अवधिमें विविध स्थानोंपर होनेवाला श्री गणेशजीका अनादर रोकना ही भगवान गणपतिकी खरी उपासना है । इस अवसरपर अथर्वशीर्षके ११ आवर्तन किए गए । इस अवसरपर मंडलके अध्यक्ष श्री. विठ्ठल सायकर, कार्याध्यक्ष श्री. महेश मिरजकर, अधिवक्ता श्री. मोरेश्वर शेडगे एवं श्री. गणेश मिरजकर आदिके साथ ५० महिला एवं पुरुष श्रद्धालु उपस्थित थे ।
संत ज्ञानेश्वर मित्र मंडलद्वारा सनातन संस्था निर्मित ‘श्री गणपति अथर्वशीर्ष एवं संकष्टनाशनस्तोत्र (अर्थ सहित)’ लघुग्रंथकी १२५ प्रतियां प्रायोजित कर वितरित कीं ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात