पुणे महानगरपालिकाद्वारा किया गया ‘गणेशमूर्ति विसजर्न के लिए अमोनियम बायकार्बोनेट का उपयोग’ करने का धर्मविरोधी आवाहन !
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हिन्दू जनजागृति समितिसहित हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा चलाए गए आंदोलन का परिणाम !
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धर्मविरोधी कृत्यों के विरोध में लडते रहने से ईश्वर के आशीर्वाद प्राप्त होते हैं; अतः धर्मनिष्ठों को धर्म के पक्ष में निरंतर लडते रहना चाहिए, यह इससे ध्यान में आएगा !
पुणे : गणेशमूर्ति विसर्जन के कारण जलप्रदूषण होता है, यह भ्रम फैलाकर पुणे महानगरपालिका ने गणेशमूर्ति विसजर्न के लिए अमोनियम बायकार्बोनेट का उपयोग करने का धर्मविरोधी आवाहन किया था तथा उसके लिए १० टन अमोनियम बायकार्बोनेट का क्रय भी किया था !
हिन्दू जनजागृति समितिसहित शिवसेना, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ, लष्कर-ए-हिन्दसहित अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एवं श्रद्धालुओं ने महानगरपालिका के इस निर्णय का तीव्र विरोध किया था !
इस प्रकरण में अमोनियम बायकार्बोनेट का उपयोग करने का निर्णय पूर्णरूप से ऐच्छिक है तथा हरएक को गणेशमूर्ति विसर्जन करने की अपनी अपनी स्वतंत्रता है। इस संदर्भ में महानगरपालिका किसी को बाध्य नहीं करेगी। हरएक व्यक्ति को यह निर्णय स्वेच्छा से करना है। ऐसी प्रतिक्रिया महापौर श्री. प्रशांत जगताप ने व्यक्त की। (परंतु पहले महानगरपालिका ने धर्मशास्त्र के विरोध में नागरिकों को यह विकल्प उपलब्ध ही क्यों करवा कर दिया, ऐसा धर्मविरोधी आवाहन क्यों किया ? ऐसा निर्णय करने के पूर्व महागनरपालिका को धर्माचार्यों से मार्गदर्शन लेना अपेक्षित है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात