हिन्दू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्थाद्वारा ‘आदर्श गणेशोत्सव ‘विसर्जन’ अभियान’ !
हिन्दू जनजागृति समिति के प्रबोधन के पश्चात ओंकारेश्वर घाट पर सुरक्षा कटहरे बिठाए गए !
पुणे : यहां, हिन्दू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था के संयुक्त तत्वावधान में अनेक
स्थानों पर ‘आदर्श गणेशोत्सव अभियान’ चलाया जा रहा है। इस अनुषंग से इस अभियान के अतंर्गत पुणे एवं चिंचवड में ६ सितंबर को आदर्श गणेशोत्सव ‘विसर्जन’ अभियान चलाया गया। इस अभियान को भक्तों ने उत्स्फूर्त प्रतिसाद देकर बहते पानी में ही विसर्जन किया।
१. यहां के गणेशमूर्ति विसर्जन के संदर्भ में ओंकारेश्वर घाट पर होनेवाली असुविधा एवं समस्याओं पर हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ने विविध समाचारवाहिनियों के प्रतिनिधियों के ध्यान आकर्षित किए। हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से महापालिका प्रशासनद्वारा नदी में पानी न छोडने के संदर्भ में में तथा पालिका के ढीले कामकाज के संदर्भ में में जानकारी दी गई। समाचारवाहिनियों पर इन पूरी गतिविधियों की जानकारी प्रसिद्ध होने के पश्चात महापालिका प्रशासन जागृत हुआ। तदुपरांत उन्होंने ओंकारेश्वर पुल पर सुरक्षा कटहरों का निर्माण कार्य आरंभ किया।
२. ओंकारेश्वर घाट पर श्रीगणेशमूर्तियों का नदी में विसर्जन करने हेतु महापालिका के जीवरक्षक उपलब्ध नहीं थे तथा दूर खडे होने के कारण कुछ जीवरक्षक दिखाई भी नहीं दे रहे थे। इस घाट पर सुरक्षा कटहरे नहीं थे। इसलिए श्रीगणेशमूर्तियों का विसर्जन करनेवाले भक्तों की सुरक्षा दांव पर लगी हुई थी।
३. इस अवसर पर महापालिका की असुविधाओं के संदर्भ में में भक्तोंद्वारा महापालिका प्रशासन का तीव्र निषेध किया गया।
महापालिका के कर्मचारी एवं पुलिसद्वारा कृत्रिम कुंड में विसर्जन करने का आग्रह !
१. भक्तोंद्वारा श्रीगणेशमूर्तियों को विसर्जन हेतु ओंकारेश्वर पुल पर लाए जाने पर महापालिका के कर्मचारी एवं पुलिसकर्मी उन्हें बलपूर्वक सिद्ध किए गए कृत्रिम कुंड में मूर्तियों का विसर्जन करने पर विवश कर रहे थे। पुलिस भक्तों से कह रहे थे कि, आप गंदी नाली समान पानीवाली नदी में श्रीगणेशमूर्तियों का विसर्जन किसलिए करते हो। महापालिका के कुंड में मूर्तियों का विसर्जन करें। (क्या, पुलिस एवं प्रशासनद्वारा कभी अन्य पंथियों पर ऐसा बल प्रयोग करने का साहस दिखाया गया है ? धर्मांधों के सामने झुकनेवाली पुलिस एवं प्रशासन हिन्दुओं पर ही अपना रोब जमाते हैं, यह ध्यान में लें ! हिन्दुओं की धार्मिक बातों में हस्तक्षेप करनेवाली ‘धर्मनिरपेक्ष’ पुलिस एवं प्रशासन के विरोध में उनके वरिष्ठ अधिकारियों के पास परिवाद करें ! – संपादक,दैनिक सनातन प्रभात)
२. इसलिए भक्तों का निरुपाय होने से कुछ भक्तों को अनिच्छा से कुंड में मूर्तियों का विसर्जन करना पडा।
३. भक्तों का प्रबोधन करने पर भक्तों ने कर्मचारी एवं पुलिस की एक भी न मानते हुए शास्त्रानुसार बहते पानी में श्री गणेशमूर्तियों का विसर्जन करने को प्राधान्यता दी।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात