डोंबिवली में ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’
डोंबिवली : यहां १८ सितंबर को संपन्न ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’ को संबोधित करते हुए विहिंप के कोकण प्रांत मठमंदिर विभाग के अध्यक्ष श्री. चंद्रमणी चौबे ने प्रतिपादित किया कि, लोगों को भाषा, संप्रदाय तथा जात-पात में उलझा कर जानबूझकर हिन्दू धर्म, रूढी एवं परंपराओं को खोखला करने का प्रयास किया जा रहा है ! लोगों को आपसी मतभेद भूल कर केवल एक ‘हिन्दू’ के रूप में संगठित होना चाहिए।
हिन्दुओं को विविध लालच देकर हो रहा उनका धर्मांतर करने का षड्यंत्र विफल किया जाना चाहिए !
इस समय व्यासपीठ पर सनातन संस्था की श्रीमती दीक्षा पेंडभाजे, रणरागिणी शाखा की श्रीमती सुनीता पाटिल एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. प्रसाद वडके उपास्थित थे।
इस अवसर पर शिवसेना के श्री रवि पाटिल, भाजपा के नगरसेवक श्री. जालिंदर पाटिल, वॉलीबॉल ग्रुप के अध्यक्ष श्री. कामदेवजी भारद्वाज, दावडी की भाजपा महिला आघाडी की उपाध्यक्षा श्रीमती ज्योती अय्यर, शिवसेना के ज्येष्ठ नेता श्री गुरुनाथ लोते, दावडी के भूतपूर्व सरपंच श्री.बंडुशेठ सोरखदे, शिवसेना कल्याण तहसील ग्रामीण के उपप्रमुख श्री.बंडु पाटिल, भाजपा उत्तर भारतीय महिला मोर्चा की डोंबिवली ग्रामीण मंडल अध्यक्ष श्रीमती लालदेई राजभवन यादव की विशेष उपस्थिति रही, जबकि सर्वश्री सनिल मुंडे, बंडुशेठ सोरखदे, धर्मनाथ राजभर एवं अर्जुन मंडपवाला इनका विशेष सहयोग मिला।
अन्य मान्यवरोंद्वारा प्रस्तुत किये गये विचार
महिलाओं ने स्वसंरक्षण एवं धर्मशिक्षा ग्रहण कर, दृढ एवं अधिक सबल होना चाहिए ! – श्रीमती सुनीता पाटिल, रणरागिणी शाखा
आज दिन-प्रतिदिन महिलाओं पर अत्याचार होने की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। केवल मोमबत्ती फेरीयां निकालने एवं निषेध करने से ये घटनाएं रूकेंगी नहीं, अपितु इसके लिए हर महिला ने स्वसंरक्षण प्रशिक्षण एवं धर्मशिक्षा ग्रहण कर दृढ एवं अधिक सबल होना चाहिए। यदि ऐसा हुआ, तो ही हम ‘स्वयं’ के साथ साथ ‘धर्म’ की भी रक्षा कर सकते हैं !
‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापना के इस पावन पर्व में सम्मिलित हों ! – श्री प्रसाद वडके, हिन्दू जनजागृति समिति
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनाएं, संत एवं राष्ट्रपुरुषों को अपकीर्त करने का एक बड़ा अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र रचाया जा रहा है, आतंकवादी दरवाजे पर आकर खडें ही हैं; इन सब सामाजिक, राष्ट्रीय एवं धार्मिक समस्याओं के निवारण हेतु एक दृढ़ संगठन एवं संघर्ष के माध्यम से, साधना करते हुए ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापना का ये पावन पर्व आरंभ हो चूका है, इसमें सम्मिलित हो जाओ !
हमारे देवी-देवताओं की विडंबना होती रहती है और हम उस पर हंसते रहते हैं, ये अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है ! – श्रीमती दीक्षा पेंडभाजे, सनातन संस्था
हमारे देवी-देवताओं की हो रही विडंबना के संदर्भ में कुछ भी, कैसे भी बोला जाता है। उनके विडंबनात्मक छायाचित्र निकाले जाते है, और हम हंस कर आगे बढते हैं, यह हमारा दुर्भाग्य है। हिन्दुओं पर हो रहे विवध आघातों के संदर्भ में सनातन संस्था निद्रिस्त हिन्दुओं जागृत कर रही है। धर्मनिरपेक्षतावादियों को यही बात खटकती है ! इसीलिए सनातन संस्था पर विविध आरोप लगाए जाते हैं।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात