जलगांव की विराट हिन्दू धर्मजागृति सभा के प्रसार हेतु घार्डी (तहसील जलगांव) में सभा !
जलगांव : इस देश में हिन्दू बहुसंख्यक होते हुए भी उनकी भावनाओं का कोई मूल्य नहीं है। अल्पसंख्यकों की धार्मिक यात्राओं पर अनुदान की वर्षा की जाती है, तो हिन्दूओं की यात्राओं पर कर लगाया जाता है !
इस प्रकार का भेदभाव करना और धर्मनिरपेक्षता की बातें करना, इस ढोंगीपन को अब हिन्दू सहन नहीं करेंगे। इस देश में समान नागरिक कानून होना ही चाहिए। हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. प्रशांत जुवेकर ने घार्डी (ता. जलगांव) में आयोजित सभा में ऐसा प्रतिपादित किया।
समिति की ओर से जलगांव में २५ दिसंबर को एक ‘विराट हिन्दू धर्मजागृति सभा’ का आयोजन किया गया है। इस सभा के प्रसार के अंतर्गत इस सभा का आयोजन किया गया था।
इस सभा को श्री. प्रशांत जुवेकर के साथ हिन्दू जनजागृति समिति प्रणित रणरागिणी शाखा की कु. रागेश्री देशपांडे ने भी संबोधित किया। श्री. शैलेश पोळ ने सभा का सूत्रसंचालन किया।
रणरागिणी शाखा की कु. रागेश्री देशपांडे ने अपने संबोधन में लव्ह जिहाद, धर्मपरिवर्तन, पाश्चात्त्यों के अंधानुकरण के कारण होनेवाली धर्महानि, साथ ही धर्मशिक्षा लेने तथा धर्माचरण का महत्त्व विशद किया। इस सभा में विद्गाव के श्री. जनार्दन कोळी उपस्थित थे।
विशेष : केवल ६०० से ७०० तक जनसंख्या होनेवाले इस छोटे से गांव में भी इस सभा को ३५० से भी अधिक हिन्दू धर्माभिमानियों की उपस्थिति रही !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात