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आदर्श पीढी के निर्माण हेतु माता-पिता एवं गुरु द्वारा बच्चों को अच्छे संस्कार दिए जाना आवश्यक ! – अधिवक्ता सुब्रह्मण्य

होळेहोन्नूर (कर्नाटक) में हिन्दू धर्मजागृति सभा का आयोजन !

बार्इं ओर से सौ. कावेरी रायकर, सौ. सुकन्या आचार्य, अधिवक्ता सुब्रह्मण्य एवं श्री. विजय रेवणकर

होळेहोन्नूर (कर्नाटक) : अब गांव-गांव से लेकर राष्ट्रीय स्तरपर भ्रष्टाचार अधिक बढ गय है । केवल माता-पिता एवं गुरु ये ३ लोग ही इसमें परिवर्तन ला सकते हैं । इन तिनों ने यदि बच्चों को अच्छे संस्कार दिए, तो देश में आदर्श पीढी उत्पन्न हो सकती है । अधिवक्ता सुब्रह्मण्य ने यह प्रतिपादन किया । हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ४ दिसंबर को यहां के सत्यधर्म कल्याण मंदिर में हिन्दू धर्मजागृति सभा का आयोजन किया गया था । इस सभा को समिति के श्री. विजय रेवणकर, रणरागिणी शाखा की श्रीमती कावेरी रायकर एवं सनातन संस्था की श्रीमती सुकन्या आचार्य ने संबोधित किया ।

इस अवसरपर श्रीमती कावेरी रायकर ने कहा कि, जब पृथ्वीपर राक्षसों की प्रबलता बढती है, तब उनका संहार करने हेतु दुर्गादेवी मारक रूप धारण करती हैं । इसका ही रूप होनेवाली रणरागिणी शाखा की ओर से महिलाआें को स्वसंरक्षण प्रशिक्षण दिया जाता है । श्रीमती सुकन्या आचार्य ने कहा कि, आज सभी स्थानोंपर जिहादी आतंकियों का प्रभाव बढ रहा है । यदि पुनः रामराज्य लाना है, तो धर्म एवं संस्कृति का पालन कर धर्म की रक्षा करने हेतु सिद्ध होना चाहिए । श्री. विजय रेवणकर ने कहा कि, भारत में हिन्दुआें की स्थिति दयनीय हो गई है । इस स्थिति में यदि परिवर्तन करना है, तो हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना आवश्यक है । इसके लिए सभी हिन्दुआें को संगठित भाव से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करने हेतु कटिबद्ध होना चाहिए ।

क्षणचित्र

१. अगदरहळ्ळी गांव के एक विद्यार्थी का होळेहोन्नूर में शिविर था । वहां के एक शिक्षक को धर्मसभा के विषय में जानकारी मिलनेपर वे सभी बच्चों को कार्यक्रमस्थल लेकर आ गए तथा उन्हों ने बच्चों को ग्रंथप्रदर्शनी एवं फ्लेक्सप्रदर्शनी दिखाई ।

२. संवाद सभा में स्थानीय मंदिर की स्वच्छता के विषय में पूछे जानेपर उपस्थितों में से एक शिक्षक द्वारा स्वयंप्रेरणा से मंदिर की स्वच्छता का दायित्व लिया गया ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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