कल्याण (जिला ठाणे) में भगवे वातावरण में ‘हिन्दू महामण्डलम्, कल्याण की ओर से आयोजित धर्मजागरण सभा !
हिन्दू धर्मजागृति सभा विशेष ‘जय श्रीराम’ की घोषणाओं से परिसर गूंज उठा !
कल्याण – विश्व में १ सहस्र ४०० वर्षपूर्व इस्लाम धर्म एवं २००० वर्षपूर्व ईसाई धर्म अस्तित्व में नहीं था । तत्पूर्व केवल सनातन वैदिक हिन्दू धर्म ही था । भारत हिन्दुओं का स्थान है । अखंड ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना होने तक हम शांत नहीं बैठेंगे । गोशामहल, तेलंगाना के भाजपा विधायक तथा श्रीराम युवा सेना के अध्यक्ष एवं प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. राजासिंह ठाकुर ने ऐसा प्रतिपादित किया । हिन्दवी स्वराज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज ने आरमार का (नौदल का) आरंभ कल्याणनगरी से किया । इस ऐतिहासिक महत्त्व प्राप्त कल्याणनगरी में लाल चौकी के नमस्कार मंडल के प्रांगण में ‘हिन्दू महामण्डलम्’ की ओर से धर्मजागरण सभा संपन्न हुई । इस अवसर पर वे बोल रहे थे । इस अवसर पर व्यासपीठ पर जैन मुनि पू. निलेशचंद्र विजयजी, ‘इंडिया अगेन्स्ट इस्लामिक स्टेट’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पारस राजपूत, बहेन दुर्गा डिफेन्स की संस्थापिका श्रीमती मंजुश्री वरादी, विश्व हिन्दू सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भारत शासन के महिला एवं बालकल्याण मंत्रालय के सदस्य श्री. रविंद्र द्विवेदी उपस्थित थे । हिन्दू धर्म एवं संस्कृति अबाधित रखने के संकल्प से सभा का आरंभ किया गया । इस सभा में १ सहस्र ५०० धर्माभिमानी उपस्थित थे ।
इस अवसर पर श्री. राजासिंह ठाकुर ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने गाय की हत्या करनेवाले के हाथ काटे । छत्रपति शिवाजी महाराज का इतिहास प्रत्येक युवक को पढना चाहिए । वर्तमान समय की माताएं सोचती हैं कि शिवाजी का जन्म हों; परंतु पडोस के घर में । छत्रपति शिवाजी महाराज ने शत्रु से वूâट नीति से लडाई की । आज प्रत्येक युवक को छत्रपति शिवाजी महाराज के गुण स्वीकार करने चाहिए । जो लडते हैं, उनका ही इतिहास बनता है । धनंजय देसाई समान हिन्दुओं के नेता ईश्वर, देश एवं धर्म के विषय में बोलते हैं, इसलिए वे कारागृह में हैं । कारागृह में स्थित निर्दोष हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं की निर्दोषिता सिद्ध करने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति पूर्ण रूप से प्रयास कर रही है । तब भी इस प्रक्रिया को समय लगता है । इसलिए सभी को सवेरे उठने पर प्रथम ईश्वर के पास उनको मुक्त करने हेतु प्रार्थना करें । ‘सिमी’ आतंकवादी संगठन ने ‘लवजिहाद’ आरंभ किया है । हिन्दू लडकियों को इस fिवषय में सजग करना प्रत्येक हिन्दू का कर्तव्य है । प्रत्येक व्यक्ति को हिन्दू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे की सीख को मन में रख कर आगे जाना है एवं धर्मरक्षा का कार्य करना है । देश में आतंकवादी मारे जाने पर रोनेवाला एवं दंगों में हिन्दुओं के विरुद्ध खडा रहनेवाला ‘एम.आइ.एम.’ देशद्रोही पक्ष है । ऐसे देशद्रोही पक्षों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए । जो ‘भारत माता की जय’ नहीं कहेंगे, उन्हें भारत में रहने का अधिकार नहीं है । इस अवसर पर श्री. राजासिंह ठाकुर ने उपस्थित लोगों को खडे रहने कहा एवं धर्मरक्षा का कार्य करने के विषय में प्रतिज्ञा कहलवाई ।
हिन्दुओं की सभी समस्याओं का उत्तर ‘हिन्दू राष्ट्र’ ही है !- श्री. पारस राजपूत, राष्ट्रीय अध्यक्ष, इंडिया अगेन्स्ट इस्लामिक स्टेट
विश्व में हिन्दुओं का एक भी राष्ट्र नहीं है । इसिस आतंकवादी संगठन ने भारत का खुरासान करने का निश्चय किया है । क्या उनके विरुद्ध लडाई करने हेतु हिन्दू सिद्ध हैं ? वर्तमान में पूरे विश्व को इस्लामिक आतंकवाद से धोखा है । यावूâबसमान आतंकवादी की अंत्ययात्रा में सहस्रों की संख्या मेें लोग सम्मिलित होते हैं । इससे ही ध्यान में आता है कि आतंकवाद का धर्म कौनसा है । ऐसा कहा जाता है कि ‘भगवा आतंकवाद’ है; परंतु प्रत्यक्ष में सभी हिन्दू संविधान एवं कानून का पालन करनेवाले हैं । उनकीr लडाई वैधानिक है । अतः ‘भगवा आतंकवाद’ हम पर आरोप है एवं हमारा यह अपमान है । प्रधानमंत्री ने गोरक्षकों के विषय में किए वक्तव्य के पश्चात सभी गोरक्षकों की ओर अपराधी के रूप में देखा गया । नोटबंदी के निर्णय के पश्चात इस्लाम को माननेवाले एवं राजस्व को चुकानेवाले की कमर टूट गई । इस से भ्रष्टाचार दूर होगा; परंतु आतंकवाद नष्ट करने हेतु जिहाद की मूल मानसिकता नष्ट करना चाहिए । यह हम हिन्दुओं का कार्य है । हम सभी ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित होने हेतु प्रार्थना करेंगे । इस वर्ष २०२३ में ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित होगा ।
मैं प्रथम हिन्दू, पश्चात जैन हूं ! – जैनमुनि पू. निलेशचंद्र विजयजी महाराज
देश को शत्रु की अपेक्षा घरभेदियों से धोखा है । जैन साधु होकर मैं धर्मरक्षणार्थ रास्ते पर आया हूं; क्योंकि जैन लडकियां ‘लवजिहाद’ के घेरे में पंâस रही हैं । महावीर जयंति को धर्मांध जैन मंदिरों के सामने गाय का सिर काटते हैं । आज गाय, गीता एवं गोपी अर्थात हिन्दुओं की लडकियां सुरक्षित नहीं हैं । राजासिंह ठाकुर के कारण ये प्रकरण न्यून हो रहे हैं । उनके कारण जैन मंदिर सुरक्षित हैं । मैं प्रथम हिन्दू पश्चात जैन हूं । महाराष्ट्र को श्री. राजासिंह ठाकुर समान संभाजीराजा की आवश्यकता है !
हाथ में जपमाला धारण करनेवाले हिन्दू अवसर आने पर स्वसुरक्षा करने हेतु सिद्ध होंगे ! श्रीमती मंजुश्री वरादी, संस्थापक, बहेन दुर्गा डिपेâन्स
आज मैं शांति का आवाहन करने नहीं, अपितु क्रांति का जयघोष करने हेतु खडा हूं । प्रभु श्रीराम एवं श्रीकृष्ण ने भी शस्त्र धारण किए थे । अवसर आने पर हाथ में जपमाला धारण किए हम हिन्दुओं को स्वसुरक्षा हेतु लडाई करना पडेगी । आज हिन्दुओं को ‘लवजिहाद’ का धोखा है । हिन्दू माता-बहनों को उन में विद्यमान शक्ति को पहचानना चाहिए ।
देश के घरभेदियों को बाहर हकाले बिना आतंकवाद नष्ट नहीं होगा ! – श्री. रविंद्रजी द्विवेदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, विश्व हिन्दू सेवा एवं सदस्य, महिला अन् बालकल्याण मंत्रालय, भारत शासन
विशेष क्षणिकाएं !
१. सभा आरंभ होने से पूर्र्व गोमूत्र से व्यासपीठ एवं प्रांगण की शुद्धि की गई तथा उपस्थित सभी धर्माभिमानियों को कुमकुम का तिलक लगाया गया । वक्ताओं का सम्मान करते हुए उन्हें तुलसी के पौधे दिए गए ।
२. सभा के आरंभ में भगवान शिव, श्रीराम एवं सरस्वतीदेवी का स्मरण कर ज्ञानमुद्रा में ‘ॐ’कार का ३ बार उच्चारण किया गया ।
३. सभा हेतु आए कुछ पत्रकारों ने सभा के लिए धर्मदान दिया !
४. ‘माऊली ढोल पथक’ ने ढोल-ताशों के गर्जन में वक्ताओं का स्वागत किया ।
५. सभा से पूर्व पुलिस सभास्थल पर आकर ‘‘ध्वनिमापकयंत्र लाएं, इन पर अपराध प्रविष्ट करें’’, इस प्रकार से तानाशाही कर रहे थे । ( इस से यही दिखाई देता है कि आजाद मैदान में धर्मांधों द्वारा मार खानेवाली एवं उन पर कार्यवाही न करनेवाली पुलिस हिन्दुत्वनिष्ठों को मिथ्या कारणों में लिप्त करने हेतु टपी रहती है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
सभा से पूर्व बडी वाहनपेâरी के माध्यम से प्रसार किया गया था । सभा में बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान, हिन्दू जनजागृति समिति आदि संगठन तथा भाजपा एवं शिवसेना पक्षों के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे ।