भारतीय संस्कृति को दूषित करनेवाले ‘सनबर्न’ को भाजपा शासन की अनुमति !
भाजपा शासन एक ओर बडा बोलबाला कर मुंबई में श्री शिवछत्रपतिजी के स्मारक की नींव रखता है तो दूसरी ओर छत्रपतिजी की कर्मभूमी पुण्यनगरी में संस्कृति को दूषित करनेवाले ‘सनबर्न’ के लिए अनुमति देता है, यह अत्यंत क्षोभजनक है !
महाराष्ट्र के युवकों के सामने श्री शिवछत्रपतिजी का आदर्श रखने की बात करते समय युवकों का अधःपतन करनेवाले सनबर्न के लिए अनुमति देना केवल भाजपा का ही नहीं, अपितु इस देश का दुर्भाग्य है ! सांगली के श्रीशिवप्रतिष्ठान के कार्यवाह श्री. नितीन चौगुले ने ऐसा मत व्यक्त किया।
श्री. चौगुले ने आगे कहा कि, इस निर्णय को लेने के पहले शासनद्वारा किसी से बातचीत नहीं की गई और यह निर्णय एकतरफा किया गया। शासन के इस निर्णय का अर्थ यह होता है कि, शासन की दृष्टि में किसी का कोई मूल्य नहीं है। भाजपा को नैतिकमूल्य होनेवाला राजनीतिक दल माना जाता है। तो सनबर्न को अनुमति देते समय यह नैतिकमूल्य कहां गया ? शासन आज केवल पर्यटन, राजस्व जैसे बातों का ही विचार करता है, तो इस देश की संस्कृति का विचार कौन करेगा ?
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात