पुणे – संस्कृतिद्रोही ‘सनबर्न २०१६’
पुणे : केसनंद में सनबर्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। पुणे महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी है। यहां का गणेशोत्सव ‘महाराष्ट्र का लोकोत्सव’ के रूप में जाना जाता है। ऐसे त्यौहार एवं उत्सव के कारण पुणे की पवित्रता आज भी टिकी हुई है। ऐसे सुसंस्कृत नगर में सनबर्न समान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। अपनी संस्कृति से हट कर होनेवाले ऐसे कार्यक्रम के आयोजन से पुण्यनगरी की संस्कृति अपकीर्त हो रही है। इसलिए गणेशोत्सव मंडलों का प्रतिनिधित्व करनेवाले जय गणेश व्यासपीठ की ओर से उपजिलाधिकारी श्री. शंकरराव जाधव को इस कार्यक्रम लिए अनुमति न देने के संदर्भ में ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
ज्ञापन में उपस्थित किए गए प्रश्न…
१. अनेक वर्षों से उत्सव मनानेवाले गणेशोत्सव मंडलों को ध्वनिक्षेपक तथा अन्य अनुमति प्राप्त करने पर ही उत्सव मनाना संभव होता है ! क्या, सनबर्न के आयोजन से पूर्व इस प्रकार की अनुमति ली गई थी ?
२. शोभायात्रा अथवा उत्सव में ध्वनिक्षेपक की सीमा का उल्लंघन होने पर मंडलों पर अपराध प्रविष्ट किए जाते हैं ! ‘सनबर्न’ कार्यक्रम के लिए बहुत बडे ध्वनिक्षेपक लगाए जाएंगे। वहां ध्वनिसीमा का उल्लंघन होता है अथवा नहीं, यह देखने हेतु क्या सरकारी यंत्रणा तकनीक की ओर से ‘कॅलिब्रेशन मीटर’ का उपयोग किया जाएगा ?
३. ‘सनबर्न’ के संदर्भ में गोवा के पूर्वेतिहास को देखते हुए ऐसे कार्यक्रम में मद्यपान तथा मादक पदार्थों का उपयोग होने की संभावना है ! पूर्व में रेव पार्टियों के कारण पुणे नगर की अपकीर्ति हुई थी। क्या, यहां भी ‘सनबर्न’ के माध्यम से उसकी पुनरावृत्ति होगी ?
४. इस कार्यक्रम से अगली पीढी को ऐसी कौन सी उचित उपलब्धि हस्तांतरित होगी ? यदि हाथ में पैसा है, तो कोई भी, कुछ भी प्राप्त करना संभव होता है, ऐसा अयोग्य संदेश ही समाज में जाने की संभावना है ! इसलिए सभी गणेशोत्सव मंडल एवं कार्यकर्ताओं की ओर से आस्थापूर्वक प्रार्थना है कि, ‘सनबर्न’ जैसे निरर्थक एवं पुण्यनगरी की संस्कृति का क्षय करनेवाले कार्यक्रम को आप अनुमति न दें !
इस अवसर पर गुरुजी तालीम मंडल ट्रस्ट के श्री. प्रवीण सेठ परदेशी, श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सार्वजनिक गणपति ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष श्री. महेश शंकरराव सूर्यवंशी, शनिवार पेठ मेहुणपुरा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल के श्री. पराग शशिकांत ठाकुर, सेवा मित्र मंडल के श्री. शिरीष विठ्ठलाराव मोहिते, साईनाथ मंडल ट्रस्ट के श्री. पियुश शहा के साथ अन्य धर्माभिमानी उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात