मालोकार (अकोला) में संपन्न ‘हिन्दू धर्मजागृती सभा’ में मान्यवरों के मार्गदर्शन से धर्माभिमानी प्रभावित !
निंबी, मालोकार (अकोला) : यहां के जगदंबामाता संस्थान के सभागार में हिन्दू धर्मजागृति समिति की ओर से हाल ही में ‘हिन्दू धर्मजागृती सभा’ संपन्न हुई। इस सभा में ह.भ.प. मालोकर महाराज की वंदनीय उपस्थिती रही। हिन्दू जनजागृति समिति के वक्ताओं के ओजस्वी मार्गदर्शन के कारण उपस्थित धर्माभिमानी प्रभावित हुए !
‘लव्ह जिहाद’ के संकट को ध्यान में रखकर स्वसंरक्षण प्रशिक्षण लेना चाहिये – कु. माधवी चोरे, रणरागिणी शाखा
‘लव्ह जिहाद’ हिन्दू महिलाओंपर किया जा रहा बडा आक्रमण है। आज की हिन्दू महिलाओं में अपने धर्म के प्रति गर्व नहीं है। उनको माथेपर कुंकुम लगाने में लज्जा प्रतीत होती है। भारतीय संस्कृति का महत्त्व विदेशी नागरिकों को यहां के हिन्दुओं से भी अधिक समझ में आ रहा है। हमें आत्मबल संपन्न होकर नारीशक्ति को जागृत करना चाहिये। हमें लव्ह जिहाद के संकट को ध्यान में रखकर स्वसंरक्षण प्रशिक्षण लेना चाहिये। रणरागिणी शाखा की कु. माधवी चोरे ने उपस्थितों को आवाहन करते हुए ऐसा कहा।
धर्मपर होनेवाले आघातों को रोकने हेतु धर्माचरण करना आवश्यक ! – श्री. धीरज राऊत, हिन्दू जनजागृति समिति
पश्चिमी संस्कृति द्वारा हिन्दू धर्मपर आक्रमण है। धर्मपर हो रहे इन विविध आघातों को रोकने हेतु धर्माचरण करना अत्यंत आवश्यक है। चाहे वह दूरचित्रवाणी के माध्यम से हो अथवा दैनंदिन व्यवहार के माध्यम से हो; हर घर घर में एक धर्मांध ने प्रवेश किया हुआ है, और वो हमारा घर तथा हमारी संस्कृति को खोखला बनाता जा रहा है। यदि यह स्थिति ऐसी ही बनी रही, तो वर्ष १९८९ की रात में जो कश्मीर में हुआ, उसकी पुनरावृत्ति यहां भी होगी !
छत्रपति शिवाजी महाराज को जिस प्रकार से मां भवानी का आशीर्वाद था, उसी प्रकार हमें भी उसे प्राप्त करना है तथा उसका उपयोग हमें धर्मपर हो रहे आघातों को रोकने हेतु करना है !
‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना कार्य में गिलहरी का योगदान दें ! – श्री. श्रीकांत पिसोळकर, हिन्दू जनजागृति समिति
छत्रपति शिवाजी महाराज के कारण ही हम हिन्दू के रूप में जन्मे हैं । आज हिन्दुओंपर हो रहे आघातों के लिए कौन उत्तरदायी है, इसका उत्तर हमें धर्मद्वारा ही दिया गया है। ‘राजा कालस्य कारणम’ एक वचन है। आज सभी स्थानोंपर अधर्म का राज्य फैला हुआ है। धर्मांध प्रतिदिन ५ बार नमाज पढते हैं। कितने हिन्दू प्रतिदिन मंदिर जाते हैं ? हमें धर्माचरण करने में लज्जा प्रतीत होती है और हमें देवता-धर्म का कुछ नहीं करते, तो ईश्वर हमारी रक्षा क्यों करें ?
‘धर्म एवं राष्ट्र’ हेतु साधना करें और ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापना कार्य में अपना गिलहरी का योगदान अवश्य दें !
विशेष आभार
जगदंबा माता संस्थानद्वारा सभागार निःशुल्क उपलब्ध करा दिया गया। श्री. विनोद गवर ने सभा के प्रसार हेतु १ सहस्र पत्रिकाएं निःशुल्क छपवा दी। ह.भ.प. लक्ष्मण गावंडे महाराज ने कार्यकर्ताओं के लिए महाप्रसाद का प्रबंध किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात