हिन्दू जनजागृति समिति का संस्कृतिरक्षा अभियान !
उज्जैन : १४ फरवरी को वैलेंटाईन डे के रूप में मनाने की पश्चिमी कुप्रथा भारत में चल रही है । वैलेंटाईन डे की पृष्ठभूमि पर एकतर्फा प्रेम के कारण लडकियों से छेडछाड तथा हिंसक कृत्यों की अनेक घटनाएं प्रतिवर्ष घटती हैं । इन अनुचित प्रकारों पर प्रतिबंध लगाने हेतु विशेष पथक नियुक्त करें, पाठशाला-महाविद्यालयों के परिसर में गश्त बढाकर छेडछाड करनेवाले युवकों को बंदी बनाएं । अत्यंत गति से तथा मद्यपान कर वाहन चलानेवालों पर कार्यवाही करें इत्यादि मांगे हिन्दू जनजागृति समिति ने एक ज्ञापनद्वारा प्रशासन से की है । इस विषय में समितिने एसडीएम क्षितीज शर्मा तथा पुलीस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापन सोपा । इस समय हिन्दू जनजागृति समिति के मध्यप्रदेश समन्वयक श्री. योगेश व्हनमारे, श्री. हेमंत जुवेकर, श्री. आनंद जाखोटिया तथा श्री. दिवाकर कुलकर्णी उपस्थित थे ।
इस ज्ञापन में लिखा है की, पश्चिमी लोगों द्वारा व्यावसायिक लाभ हेतु प्रेम के नाम पर रचाई इस कुप्रथा के कारण युवापीढी भोगवाद की आेर खींची जा रही है । इसलिए हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा महाविद्यालयों में जाकर जागृति अभियान चलाया जा रहा है । इस दिन होनेवाली पार्टियों में मद्यपान, धूम्रपान तथा नशीले पदार्थों का सेवन इत्यादि अनुचित प्रकारों में बडी मात्रा में वृद्धि हुई है । इतना ही नहीं, इस दिन गर्भनिरोधक संसाधनों के विक्रय में बडे प्रमाण में वृद्धि अनैतिक संबंधों में वृद्धि दर्शाती है । संक्षेप में वैलेंटाईन डे के कारण विद्यालय-महाविद्यालय के परिसर में कानून व्यवस्था एवं शैक्षणिक वातावरण बिगाडनेवाली स्वैराचारी तथा भोगवादी वृत्ति प्रतिदिन बढती जा रही है । इसे रोकने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति प्रयासरत है ।
उज्जैन के महविद्यालयों में भी अभियान !
इस विषय में समितिने उज्जैन के महाविद्यालयों में भी संपर्क अभियान चलाया । यहां के लोकमान्य तिलक शिक्षण सेवा समितिके मुख्याधिकारी श्री. गिरीश भालेराव तथा फ्युचर व्हिजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मनीष झाला इनकी समिति के शिष्टमंडलने भेट ली । वैलेंटाइन जैसी कुप्रथा को रोककर भारतीय संस्कृति का महत्त्व युवाआेंतक पहुचाने हेतु महाविद्यालय के स्तर पर प्रयास करने की मांग एक ज्ञापनद्वारा इस समय की गयी । इस संपर्क अभियान को महाविद्यालय की और से भी सकारात्मक प्रतिसाद मिला । इन महाविद्यालयों में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से भारतीय संस्कृतिका महत्त्व बतानेवाले व्याख्यान का आयोजन भी किया है ।