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१४ फरवरी यह दिवस ‘मातृ-पितृ दिवस’ के रूप में मनाने की मांग को लेकर सोलापुर में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’

सोलापुर में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’

आंदोलन में सम्मिलित धर्माभिमानी हिन्दू

सोलापुर : यहां ८ फरवरी को ‘व्हॅलेंटाईन डे’ के नाम पर होनेवाले अनाचारों को रोकने हेतु १४ फरवरी यह दिवस विद्यालयों-महाविद्यालयों में ‘मातृ-पितृ दिवस’ के रूप में मनाने की मांग हेतु रणरागिणी शाखा की ओर से ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ किया गया।

इस अवसर पर आंदोलन में ५५ से भी अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ सम्मिलित हुए थे। तदुपरांत जिलाधिकारी श्री. रणजीत कुमार को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। उन्होंने कहा कि, आप का उपक्रम अच्छा है। ‘मातृ-पितृ पूजन’ की संकल्पना अच्छी है एवं ऐसे उपक्रमों को शासन की ओर से सहायता की जाएगी।

मान्यवरों के विचार

बच्चोंद्वारा भारतीय संस्कृति का आचरण किए जाने के लिए अभिभावकों ने स्वयं ध्यान देना चाहिए ! – श्रीमती गार्गी काळे, भारुडकार

आज विद्यालयों में छोटे बच्चों को फ़िल्मी गीतों के ताल पर नाचने हेतु प्रवृत्त किया जाता है। समाचारपत्रों में ‘व्हॅलेंटाईन डे’ मनाने के लिए क्या क्या करना चाहिए, ऐसी विकृत संकल्पनाओं को प्रस्तुत किया जाता है। ये रोकने हेतु अभिभावकों को चाहिए कि वे स्वयं अपने बच्चों का प्रबोधन कर उन्हें भारतीय संस्कृति का आचरण करने को कहे !

‘डे’ संस्कृति के माध्यम से हिन्दुओं के धर्मपरिवर्तन का षड्यंत्र ! – श्रीमती तडवळकर, भूतपूर्व विरोधी पक्षनेती, सोलापुर महानगरपालिका

‘डे’ संस्कृति के माध्यम से विदेशी शक्तियोंद्वारा हिन्दुओं का धर्मपपरिवर्तन करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। सभी हिन्दुओं को संघटित होकर इसका तीव्र विरोध करना चाहिए !

रणरागिणी शाखा की जिला संगठक श्रीमती अलका वनमारे ने ‘रणरागिणी’ का आदर्श लेकर परंपराओं की रक्षा करने हेतु संगठित होने का आवाहन किया एवं हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती राजश्री तिवारी ने कहा कि ‘व्हॅलेंटाईन डे’ मनाने का अर्थ है पाश्‍चात्त्यों की नीतिहीनता का अनुकरण एवं अपनी ही संस्कृति का अवमूल्यन !

इस अवसर पर सर्वश्री सतीश तमशेट्टी, बजरंग दल के केशव प्रखंड संयोजक सिद्राम चरकुपल्ली तथा योग वेदांत सेवा समिति के साधक बालाजी दुडम ने भी अपना मनोगत व्यक्त किया।

रणरागिणी शाखा की ओर से की गई मांगें ….

१. १४ फरवरी को विद्यालयों-महाविद्यालयों के परिसर में ‘अनाचार करनेवाले युवकों को नियंत्रण में लेना’ तथा ‘तीव्र गति से वाहन चलानेवाले लोगों पर कार्रवाई करना’, ऐसे उपाय करें !

२. ‘व्हॅलेंटाईन डे’ के उपलक्ष्य में होनेवाले अनाचारों को देखते हुए शिक्षणाधिका‍री ने सभी प्राचायों की बैठक आयोजित कर महाविद्यालयों में ‘व्हॅलेंटाईन डे’ से होनेवाली हानि एवं भारतीय संस्कृति की जानकारी देनेवाले व्याख्यानों का आयोजन करने के संदर्भ में शिक्षणाधिकारी ने प्राचायों को निर्देश देने चाहिए।

आंदोलन में सम्मिलित अन्य मान्यवर

राधाकृष्ण गो शाला के श्री. अभय कुलथे, श्री. यशपाल चितापुरे, सनातन संस्था के श्री. हिरालाल तिवारी, श्री. सतीश तमशेट्टी, श्रीराम सेना के नगर संयोजक श्री. परमेश्‍वर माळगे, श्री. नरहरी म्याकल, श्री. प्रभाकर गाजर्ला

क्षणिकाएं

१. ८३ वर्षीय प्राणीमित्र श्री. विलासभाई शहा महत्त्वपूर्ण न्यायालयीन कामकाज से समय निकाल कर आंदोलन में अवश्य रूप से उपस्थित थे।

२. महाविद्यालय के युवक आंदोलन का विषय देख कर आंदोलन में सम्मिलित हो रहे थे।

३. विविध विभाग के पुलिसकर्मी आंदोलन के संदर्भ में जांच कर रहे थे। (यदि पुलिसकर्मियोंद्वारा यही जांच का समय आतंकवादियों के शोधन के लिए दिया गया होता, तो अब तक देश आतंकवादमुक्त हो गया होता ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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