हिन्दू जनजागृति समिति का, ‘व्हॅलेंटाईन डे’ के नामपर होनेवाली अनिष्ट घटनाओं को रोकें अभियान
घाटकोपर में रणरागिणी शाखा की ओर से जनजागृति आंदोलन
घाटकोपर : यहां संपन्न हुए जनजागृति आंदोलन में रणरागिणी शाखा की श्रीमती नयना भगत ने ऐसा आवाहन किया कि, ‘आज युवकों को क्रांतिकारकों के विचारों की आवश्यकता होते हुए भी वे, ‘व्हॅलेंटाईन डे’ सामान पाश्चात्त्य ‘डे’ संस्कृति मना रहे हैं। ऐसे ये ‘डे’ संस्कृति भारत की युवा पिढी को नष्ट कर रही है। वे, ‘व्हॅलेंटाईन डे’ की पार्श्वभूमि पर एकतरफा प्रेम का बीभत्स एवं विकृत प्रस्तुतीकरण कर युवतियों के साथ अश्लील व्यवहार कर साथ ही हिसंक कृत्य कर रहे हैं। प्राचीन भारतीय संस्कृति नष्ट करनेवाले ‘व्हॅलेंटाईन डे’ नामक विदेशी षडयंत्र का शिकार होने की अपेक्षा भारतीय संस्कृति की रक्षा हेतु युवकों को आगे बढकर नेतृत्व करना चाहिए !’ इस अवसर पर ‘व्हॅलेंटाईन डे’ के विरोध में हस्ताक्षर अभियान भी आयोजित किया गया था।
आंदोलन में सम्मिलित राष्ट्रप्रेमियोंद्वारा व्यक्त किये गए विचार ….
१. कु. मृणाल भगत, महाविद्यालयीन छात्रा : युवा पिढी ने हमारी भारतीय संस्कृति के संदर्भ में जानकारी प्राप्त कर तदनुसार आचरण करने की आवश्यकता है !
२. डॉ. (कु.) जागृती गुलाटी : ‘व्हॅलेंटाईन डे’ भारतीय संस्कृति के विरोध में है। आज के युग में युवापिढी ने जो अपने हित के लिए आवश्यक है, वही अनुकरण करना चाहिए। अकारण भोगवाद का शिकार नहीं होना
चाहिए !
३. कु. कोमल पवार : वास्तव में रणरागिणी का अभियान अत्यंत प्रशंसनीय है। इन्हें देखने के पश्चात साक्षात ‘झांसी की रानी’ का स्मरण होता है !
क्षणिकाएं
१. ‘मुंबई लाइव्ह’ इस जालस्थल के प्रतिनिधी कु. अपर्णा ने श्रीमती नयना भगत का साक्षात्कार लिया।
२. पुलिस ने नियोजित समय से पूर्व ही आंदोलन रोकने को कहा ! (क्या, इस प्रकार अन्य धर्मियों का आंदोलन रोकने का प्रयास पुलिस कर सकती है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
३. आंदोलन के पश्चात हिन्दु जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं ने विक्रोळी पुलिस थाने में, ‘व्हॅलेंटाईन डे’ के निमित्त होनेवाले अपप्रकार प्रतिबंधित करने हेतु ज्ञापन प्रस्तुत किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात