तासगांव (जिला सांगली) में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’
तासगाव (जिला सांगली) : मान्यमार से विस्थापित रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश की सीमा से घुसपैठ कर भारत आ रहे हैं। ये घुसपैठिए राजधानी देहली से जम्मू, बंगाल, बिहार, तेलंगाना आदि अनेक राज्यों में अवैध रूप से रहते हैं। वर्ष २००९ से, इनमें से अधिकांश घुसपैठिए जम्मू में अवैध रूप से रहते हैं एवं शासकीय अंकवारी के अनुसार उनकी संख्या १४ सहस्त्र इतनी है !
एक ओर भारत के नागरिक रहनेवाले साढेचार लाख कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर से बलपूर्वक निकला जाता है। उनके पुनर्वसन की कोई योजना नहीं की जाती तो दूसरी ओर इन रोहिंग्या मुसलमानों को जम्मू में अलग बस्ती के लिए भूमि दी जाती है। पहले ही बांग्लादेशी मुसलमान घुसपैठियों के कारण भारत त्रस्त है। इसलिए देश की सुरक्षा के लिए रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में बिल्कुल आश्रय न देने, उनकी जम्मू की अलग बस्ती को दी गई स्वीकृती निरस्त करने एवं पूरे देश में घुसे एकेक रोहिंग्या मुसलमान को ढूंढ कर देश से त्वरित निकाल बाहर करने की मांग हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. राहुल कदम ने की। वे, तासगाव में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ में बोल रहे थे।
इस अवसर पर कु. उज्ज्वला खेराडकर, श्रीमती शर्वरी रेपाळ तथा कु. प्रतिभा तावरे ने भी अपना मनोगत व्यक्त किया। सूत्रसंचालन कु. सविता खेडाकर ने किया।
इस अवसर पर की गई अन्य मांगें . . .
१. हिन्दुओं को श्रीरामजन्मभूमि पर निरंतर पूजा करने की विशेष अनुमति देने का निर्णय लें तथा इस प्रकरण में संसद में श्रीराम मंदिर के निर्माण कार्य के संदर्भ में कानून बना कर उसके आधार पर अयोध्या में विशाल श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य का आरंभ करें !
२. महाराष्ट्र शासन ने अर्थसंकल्प में केवल अल्पसंख्यकों के मूलभूत सुविधाओं के लिए करोडों रुपयों का किया गया प्रावधान निरस्त कर अल्पसंख्यकों के हो रहे तुष्टीकरण को रोकें !
३. अंदमान-निकोबार बेटों के साथ पूरे देश के नगर, वास्तु, मार्ग, स्थानक आदि की विदेशी आक्रामकोंद्वारा परिवर्तित एवं विदेशियों के नाम पर अभी तक रहनेवाले नाम पुनः मूल हिन्दू नाम में परावर्तित करें !
४. बोधन (तेलंगाना) के इंद्रनारायण मंदिर पर अतिक्रमण कर निर्माण कार्य की गई ‘देवल मस्जिद’ पुरातत्व विभागद्वारा पुनः हिन्दू मंदिर के रूप में घोषित करें !
स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात