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पुरोहित संघ त्र्यंबकेश्‍वरके पूजासामग्रीको निपटानेपर व्यय करे, अन्यथा पूजाविधिके लिए प्रतिबं

हिन्दू संगठित न होनेके कारण ही ऐसे आदेश दिए जाते हैं । इस सि्थतिको परिवर्तित करने हेतु हिन्दू संगठनके माध्यमसे ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना करना…

“किसी भी कीमत पर नहीं टूटेगा रामसेतु” – परिवहन मंत्री नितिन गडकरी

सरकार किसी भी हालत में रामसेतु को तोड़ने की इजाजत नहीं देगी, लेकिन इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए वह शीर्ष अदालत के निर्देशानुसार…

अश्लीलता को न्यूडिटी से परे बताकर ‘पीके’ के पोस्टर को कोर्ट ने दी हरी झंडी

अदालत ने कहा कि यह याचिका पब्लिसिटी हासिल करने के मकसद से दायर की गई। सिर्फ न्यूडिटी के पैमाने पर किसी तस्वीर की अश्लीलता निर्भर…

गोवा में हिन्दू रक्षाका कार्य करने के लिए कोई भी मुझे प्रतिबंध नहीं लगा सकता ! – श्री. प्रमोद मुताल

भाजपा शासन भी नशीले पदार्थ माफिया एवं पब माफिया का दास बन चुका है । यदि मैंने ये अवैध धंदे स्पष्ट किए, तो उनके ये…

हिन्दू संस्कृतिरक्षक श्रीराम सेना को किया जा रहा विरोध रोकना चाहिए ! – (पू.) श्री. संदीप आळशी

मद्य, पब, बलात्कार, अपराध आदि के कारण गोवा का नाम पहले से ही अपकीर्त हो चुका है । इन कुप्रथाओं के उच्चाटन का आरम्भ गोवा…

न्यायालयद्वारा निर्माताओं को `अध्यक्षा’ कन्नड चित्रपट का अनादरयुक्त हिस्सा निकालनेका आदेश !

‘अध्यक्षा’ कन्नड चित्रपट में श्रीकृष्ण का अनादर करने के सन्दर्भ में हिन्दू महासभा के कार्याध्यक्ष श्री श्री प्रणवानद रामस्वामीजी ने ११ अगस्त को नगर के…

गोवामें १६ अगस्तसे दो दिवसीय राष्ट्रस्तरीय हिन्दुत्वनिष्ठ ‘सोशल मिडिया’ कार्यकर्ता शिविर

संकेतस्थलोंके आधुनिक माध्यमोंद्वारा सक्रिय हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंका संगठन करने हेतु हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा १६ एवं १७ अगस्तको एक राष्ट्रस्तरीय ‘सोशल मिडिया’ कार्यकर्ता शिविरका आयोजन किया गया…

हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा आयुक्तको निलंबित करनेकी मांग

पहले गायोंके आवासका (शेड) निर्माणकार्य ! बादमें आरोग्य विभागद्वारा इस आवासको पशुवधगृहमें रुपांतरण ! महानगरपालिका आयुक्त दौलतखान पठानके सम्मति के बिना ये हो ही नहीं…

देश एवं राष्ट्रध्वजके अपमानका विरोध न करनेवाले लोगोंको सत्तामें रहनेका क्या अधिकार है ? – पू. डॉ. चारूदत्त पिंगळे

हाल-हीमें ग्लासगोमें संपन्न राष्ट्रकुल क्रीडा प्रतियोगितामें भारत देश एवं भारतके राष्ट्रध्वजके अपमानके प्रकरणमें मोदी शासन क्यों मौन हैं, यह अनाकलनीय है ।