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सनातन संस्था एवं हिंदू जनजागृति समितिद्वारा आरंभ किया गया राष्ट्र-धर्मजागृतिका कार्य प्रशंसन

हिंदू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्थाके कारण शंकराचार्यजीके दर्शनका अवसर प्राप्त हुआ । संस्थाके साधक तथा समितिके कार्यकर्ताओंद्वारा हिंदू संगठन एवं धर्मजागृतिका आरंभ किया गया…

हिंदुओ, संगठित होकर अपने धर्मकी रक्षा करें ! – महामना पंडित मदनमोहन मालवीय

संपूर्ण विश्वमें केवल हिंदू धर्म ही है, जिसने धार्मिक तथा दार्शनिक सिद्धांतोंको व्यावहारिक रूप दिया है । यही एक धर्म है, जो आत्माके अमरत्वमें विश्वास…

उर्दू भाषा सबसे अधिक उन्नत भाषा होगी ! – भारतके उपराष्ट्रपति हमीद अन्सारी

भिवंडीमें कोकण मुस्लिम एज्युकेशन सोसाइटीद्वारा ‘उर्दूका स्थान’ इस विषयपर एक परिषद मे उद्घाटनके अवसरपर बोलते हुए उप राष्ट्रपति हमीद अन्सारीने आशा व्यक्त की कि उर्दू…

न के बराबर (उपेक्षित) धर्मांधवाले तिरुपतिमें स्वतंत्र इस्लामिक विश्वविद्यालय की क्या आवशयकता ? –

‘तिरुपति भूवैकुंठ’ है । यहां धर्मांधोंकी संख्या ०.०५ प्रतिशत ही है, अत: वहां स्वतंत्र इस्लामिक विश्वविद्यालयकी क्या आवश्यकता ? केवल इतना ही नहीं, हाल ही…

जादूटोनाविरोधी विधेयकका विरोध करने हेतु बेलगांवमें हिंदू संगठनोंकी ओरसे मोर्चा !

कर्नाटक राज्य प्रशासकीय अधिवेशनमें प्रस्तावित होनेवाला जादूटोनाविरोधी विधेयक निरस्त होने हेतु २३ नवंबरको यहांके सारे हिंदू संगठनोंने विशाल मोर्चा आयोजित कर जिलाधिकारीके माध्यमसे कर्नाटक राज्यके…

कुंभमेला हिंदुओंकी श्रद्धाका केंद्र है, अत: उसे महत्त्व देना आवश्यक ! – शंकराचार्य

परंपरागत विविध स्थानोंपर आयोजित कुंभमेलोंका अनन्यसाधारण महत्त्व है । प्रयाग के कुंभमेलेमें कुल ३ कोटि भक्तोंने स्नान किया । कुंभमेला हिंदुओंकी श्रद्धाका केंद्र है ।

कांची शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती एवं अन्य शंकररमन्की हत्याके प्रकरणमें निर्दोष

सितंबर २००४ को तामिलनाडुके कांचीपुरम्के वरदराजपेरुमल मंदिरके व्यवस्थापक शंकररमन्की हत्याके प्रकरणमें कांची कामकोटी पीठके शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती, विजयेंद्र सरस्वती एवं अन्य २१ लोगोंको पुद्दुचेरी सत्रन्यायालयद्वारा…

हिंदू धर्ममें अराजकताका दमन करनेकी शक्ति है ! – शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती

श्रीमद् जगद्गुरूरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी महाराजने प्रतिपादित किया कि जिस संस्कृतिने धर्म, अर्थ, काम तथा मोक्षका ज्ञान दिया, उस संस्कृतिके बिना कोई राज्य नहीं…

तिरुपतिका इस्लामिक विश्वविद्यालय निरस्त होनेतक आंदोलन जारी रखा जाएगा – चेतन जनार्दन, हिंदू जनजागृति समिति

श्री. चेतन जनार्दनने प्रतिपादित किया कि जिसप्रकार मक्का, मदीना एवं वैटकिनमें हिंदू विश्वविद्यालय स्थापित नहीं हो सकता, उसीप्रकार हिंदुओंके तीर्थक्षेत्र तिरुपतिमें इस्लामिक विश्वविद्यालय स्थापित नहीं…

विदेशी प्रतिष्ठानोंद्वारा हलदीके पश्चात अब होली त्यौहारका भी ट्रेड मार्क लेनेका प्रयास !

हिंदुओंका रंगोत्सव ‘होली’ त्यौहारका व्यावसायीकरण कर उसका ट्रेड मार्क प्राप्त करने हेतु युरोपीय प्रतिष्ठानोमें स्पर्धा आरंभ हो गई है । हिंदुओ, इसका विरोध करें !