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तिरुपतिका इस्लामिक विश्वविद्यालयका निर्माणकार्य स्थगित करने हेतु शासनको २० दिनोंकी अवधि !

तिरुपति देवस्थानके परिसरमें चंद्रगिरीमें आरंभ किए गए इस्लामिक विश्वविद्यालयके निर्माण कार्यका निषेध व्यक्त करने हेतु तिरूमला तिरुपति पवित्रता संरक्षण वेदिका संगठनद्वारा दिनांक ३० नवम्बरको निकाले…

यदि जादूटोनाविरोधी कानून निरस्त नहीं किया गया, तो शीत अधिवेशन बंद करनेका निर्णय !

सत्ताधारियोंने ९ दिसंबरसे नागपुरमें आरंभ होनेवाले शीत अधिवेशनमें जादूटोनाविरोधी कानून पारित करनेकी शपथ ली है । इस अधिवेशनके लिए राज्यके विविध क्षेत्रोंसे आए ५ सहस्रसे…

आंदोलन अभियोगसे पूरे १० वर्ष पश्चात हिंदू संहतिके संस्थापक तपन घोषकी मुक्ति !

बजरंग दलके तत्कालीन उत्तर भारत समन्वयक तथा वर्तमानमें हिंदू संहतिके संस्थापक प्रखर हिंदुत्ववादी श्री. तपन घोषको आंदोलन जैसे साधारण आरोपमें चलाए गए अभियोगसे पूरे १०…

राष्ट्रजागृति ! : हिंदुओ, युवकोंकी सामाजिक नीतिका पतन हो रहा है, यह जानें !

दुनियाकी सारी बातें अपने भोग हेतु उत्पन्न हुई हैं तथा उनका आस्वाद लेना, अपना कर्तव्य है, युवा पीढीद्वारा आम तौरपर ऐसे भोगवादी विचार प्रस्तुत किए…

नेहरूके कारण ही आजके कश्मीरकी दशा ! – नरेंद्र मोदीद्वारा आरोप

नरेंद्र मोदीने नरेंद्र मोदीने जम्मूमे १ दिसंबरको हुई सभामें यह आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीरकी जनता प्रतिदिन आतंकवादकी छायामें रहती है । इस परिस्थितिके लिए जवाहरलाल…

मुख्यमंत्री जयललिताजीको शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वतीसे क्षमा मांगनी चाहिए ! – डॉ. सुब्रह्म

डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामीद्वारा आज यह मांग की गई कि स्वामी कांची कामकोटी पीठके शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वतीको शंकररमनकी हत्याके आरोपसे पुद्दुचेरी न्यायालयद्वारा निर्दोष मुक्त करनेके…

आंध्रप्रदेश : पूरी पीठाधीश्वर श्रीमद्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का स्थानि

पूरी पीठाधीश्वर श्रीमद्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का आंध्र प्रदेश के भाग्यनगर में २९ नवम्बर २०१३ और ३० नवम्बर २०१३ को दो दिवसीय वास्तव्य तथा…

हिंदू जनजागृति समितिकी ओरसे भारतके प्रारूपका विकृतीकरण रोकने हेतु हाफकिन जीव-औषधि महामंडलके क

जिनेवा स्थित `विश्व स्वास्थ्य संगठन’ के परिषदमें विविध देशोंके प्रारूप वितरित किए गए थे । उस समय भारतके प्रारूपसे जम्मू तथा कश्मीर प्रदेश संपूर्णतया हटाया…

(कहते हैं) जनपदाधिकारीका आदेश केवल धर्मांधोंके विश्वविद्यालयके लिए ही क्यों ?

जनपदाधिकारीद्वारा तिरुपतिके इस्लामिक विश्वविद्यालयके ५ माले तोडनेके लिए सूचनापत्र दिया गया है । इस आदेशको १० दिनसे अधिक कालावधि व्यतीत होनेपर भी कार्यवाही नहीं हुई…