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मुख्यमंत्रीद्वारा (अंध)श्रद्धाविरोधी अधिनियम पारित करनेके वक्तव्यसे वारकरी संप्रदाय संतप्त !

(अंध)श्रद्धाविरोधी अधिनियम पारित करनेके संदर्भमें मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाणने, वर्षाकालीन अधिवेशनमें यह अधिनियम पारित करेंगे, ऐसा बताया है । मुख्यमंत्रीके इस वक्तव्यसे वारकरी संप्रदाय अत्यधिक क्रोधित…

अमेरिकामें नाटिकाद्वारा हिंदू देवी-देवताओंका अनादर

अमेरिकाके मिनेपोलीस शहरमें नाटककार अदिति कपिलके हिंदू देवताओंपर आधारित तीन नाट्यप्रयोग प्रस्तुत किए जानेवाले हैं । हिंदू संगठनोंद्वारा यह दावा किया गया है कि इस…

अमेरिकाके इलीनोइस राज्यमें भव्य हिंदू मंदिरका निर्माण !

अमेरिकाके इलीनोइस राज्यके दक्षिण क्षेत्र स्थित कार्बनडेलमें पहला ही भव्य हिंदू मंदिर निर्माण किया गया है । दक्षिण इलीनोइसमें मंदिर निर्माण करनेवाले हिंदू नेताओंका अभिनंदन…

भंडारा एवं भामचंद्र पहाडोंकी रक्षा हेतु आंदोलन करनेवाले वारकरियोंपर आरोप प्रविष्ट !

संत तुकाराम महाराजने जहां साधना की, वह भंडारा एवं भामचंद्र पहाड पूरी तरह सुरक्षित किया जाए, वहां चल रहा निर्माण कार्य तथा खुदाईका काम तुरंत…

श्री श्री रविशंकरजीद्वारा हिंदू जनजागृति समितिको आशीर्वाद !

हिंदू जनजागृति समितिके अमूल्य कार्यको मेरे संपूर्ण आशीर्वाद हैं, आशीर्वादके ये शब्द ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ संस्थाके संस्थापक श्री श्री रविशंकरजी द्वारा कहे गए । इफ्तार…

गुप्तचर विभागके अधिकारीद्वारा सनातन संस्थाके न्यासी श्री. वीरेंद्र मराठेकी जांच

गुप्तचर विभागके (विशेष ब्युरोके) अधिकारियोंद्वारा २९ जूनको सनातनके रामनाथी, गोवाके आश्रममें आकर सनातन संस्थाके व्यवस्थापकीय न्यासी श्री. वीरेंद्र मराठेकी पूछताछ की गई ।

सक्षम हिंदू शासन सत्तामें आए इसके लिए सभी हिंदुओंको इकट्ठा होना चाहिए ! – डॉ. स्वामी

जनता दलके अध्यक्ष डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामीद्वारा यह प्रतिपादन किया गया कि देशमें धर्मांधोंकी बढती हुई संख्या भविष्यमें आनेवाले भयंकर तूफानकी चेतावनी है । यदि इस…

एक राज्यमें प्रसार हेतु जानेवाले समितिके कार्यकर्ताओंकी जानकारी प्राप्त करने हेतु पुलिस द्वार

पुलिसने उस राज्यकी समितिकी एक कार्यकत्रीकी पूछताछ कर उससे इस कार्यकर्ताके विषयमें जानकारी प्राप्त करनेका प्रयास किया ।

घारापुरी बेटपर मिली कनकरायकी मुद्रापर मराठी अक्षर !

मुंबईके समीप घारापुरी बेटपर मिली मराठी कनकराय राजाकी मुद्राओंसे मराठी भाषा न्यूनतम खिस्ताब्द पूर्व २०० वर्षोंसे अस्तित्वमें थी इस बातका भारी प्रमाण प्राप्त हुआ है…