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`मंदिरोंको अर्पण किए गए सोनेके कारण ही देशकी अर्थव्यवस्थाको हानि पहुंच रही है !’ : रिजर्व बैंक

‘मंदिरोंमें अर्पण किया जानेवाला सोना ही इस समस्याका मूल है । सोना आयात किया जाता है तथा उसका परिणाम भारतीय अर्थव्यवस्थापर हो रहा है ।’

एटीएस कमांडों की निगहबानी में चलेगी कांवड़ यात्रा

सावन में निकलने वाली कांवड़ यात्रा के लिए प्रशासनिक मशीनरी ने सख्त नियम बनाये हैं। अबकी बार यह यात्रा एटीएस कमांडो की निगहबानी में चलेगी…

उत्तराखंडमें देवभूमि रक्षा अभियान कार्यान्वित !

उत्तराखंडमें महाप्रलयके पश्चात सैकडों मार्ग तथा सेतु बह गए हैं; इसलिए राज्यके नागरिकोंको परिवहनकी अडचनें आ रही हैं । परिणामस्वरूप वैद्यकीय सुविधाओंका अभाव है ।…

“इस मुआवजे से बुलेट प्रूफ गाड़ियां खरीद लें मंत्री जी ! ” – शहीद सिपाही की पत्नी

सुकमा घाटी में नक्सलियों के हाथों खेत रहे शहीद सिपाही दीपक उपाध्याय की पत्नी को मुआवजे का चेक देने पहुंचे केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री डॉ.…

हिंदू संगठनोंके पृष्ठपोषणके कारण ही शासनद्वारा टालमटोल ! – सुभाष देसाई

विधिमंडलने वर्ष १९९५ में गोवंश हत्या प्रतिबंधक विधेयक पारित कर राष्ट्रपतिकी अनुमतिके लिए भेजा । अभीतक, इस विधेयकका आगे क्या हुआ, इस विषयमें विपक्षके २४…

मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण के खिलाफ जुटे धर्माचार्य !

धार्मिक संस्थानों पर ट्रस्ट के रूप में सरकार के प्रशासनिक हस्तक्षेप के खिलाफ हिंदू धर्म आचार्य सभा ने जनभावना तैयार करने का अभियान छेड़ दिया…

(अंध)श्रद्धा निर्मूलन विधेयकके विषयमें वारकरियोंका समाधान करनेके अतिरिक्त आगे नहीं जाएंगे !

वारकरियो, इससे पूर्व भी मुख्यमंत्रीने ऐसा झूठा वक्तव्य दिया था ! अतः यह निश्चित करें कि उनपर कितना विश्वास रख सकते हैं तथा विधेयक निरस्त…

(अंध)श्रद्धा निर्मूलन अधिनियमके विषयमें वारकरियोंका मत जानने हेतु प्रशासनसे विनती करेंगे !

उत्पादन शुल्क मंत्री गणेश नाईकने समितिके प्रतिनिधिमंडलको आश्वासन दिया कि वे प्रस्तावित (अंध)श्रद्धा निर्मूलन अधिनियमके विषयमें वारकरियोंके मत जानने हेतु सामाजिक न्यायमंत्री शिवाजीराव मोघेसे विनती…

अमेरिकाने आतंकवादियोंको सतानेके लिए सुअरकी चरबी लगाकर बंदूकका कारतूस बनाया !

अमरीका के आईदाहो राज्य की एक छोटी सी कंपनी “जिहादी चरमपंथियों” को ख़त्म करने के लिए सूअर की चर्बी से रंगी गोलियां बेच रही है…

लाखों वारकरी आज सोलापुरकी सीमापर आंदोलन करेंगे !

यहांके “श्री संतश्रेष्ठ ज्ञानेश्वर माऊली पालकी समारोह’’ के स्थानपर ११ जुलाईको दोपहरमें फडकरी एवं दिंडीप्रमुख वारकरियोंकी भव्य बैठक संपन्न हुई ।