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ब्रिटेनद्वारा जी-२० की बैठकके लिए आए नेताओंकी जासूसी !

ब्रिटेनपर लंदनमें २००९ में संपन्न जी-२० बैठकमें सम्मिलित विविध नेता एवं अधिकारियोंकी संपूर्ण गतिविधियोंपर सूक्ष्मतासे ध्यान रखनेका आरोप लगाया गया है ।

वैश्विक हिंदू परिषदके प्रतिनिधियोंद्वारा तीर्थक्षेत्रका दर्शन

वैश्विक हिंदू परिषदमें सम्मिलित विविध देशोंके लगभग ४०० प्रतिनिधियोंने ’पुरा गोवा लावा’ तीर्थक्षेत्रका दर्शन किया और २१ देशोंके प्रतिनिधियोंने ’पुरा गोवा लावा’ में प्रार्थना की…

कंबोडियामें प्राचीन हिंदू शहरकी खोज !

कंबोडियामें १ सहस्र २०० वर्षपूर्व धुंधमें खोया नगर पुन: खोजनेमें संशोधकोंको यश प्राप्त हुआ है । अत्याधुनिक लेसर तंत्रज्ञानके उपयोगसे महेंद्रपर्वत नगरकी खोज की गई…

हिंदुत्व ही देश को बदल सकता है: भागवत

आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को बीजेपी में राष्ट्रीय भूमिका दिए जाने का समर्थन करते हुए कहा कि हिन्दुत्व…

पाकिस्तान ने आंतकी हाफिज सईद को दिए ४१ करोड़

पाकिस्तान में आतंकी संगठनों को मदद बदस्तूर जारी है। पाकिस्तान की पंजाब प्रांत की सरकार ने मुंबई अटैक के मास्टरमाइंड जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद…

२०१५ तक गुजरात को हिंदू राज्य घोषित करेंगेः तोगड़िया

विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) नेता प्रवीण तोगड़िया ने रविवार को दावा किया कि अगले दो साल में गुजरात के सभी १८,००० गांवों में अपनी उपस्थिति…

सकाल समूहके ‘सिटीजन एडीटर’ के चर्चासत्रमें कागदकी लुगदीसे श्रीगणेशमूर्ति सिद्ध करनेका विचार !

गणेशमूर्ति सिद्ध करनेमें शाडू उपलब्ध नहीं होता, तो कागदकी लुगदीसे गणेशमूर्ति सिद्ध करें, चर्चामें इस सूत्रपर बल दिया गया ।

अंतरराष्ट्रीय हिंदू संगठनोंका जाल फैलानेका निर्धार !

जागतिक हिंदू परिषद’ के माध्यमसे यहांके दूसरे जागतिक हिंदू अधिवेशनमें अंतरराष्ट्रीय हिंदू संगठनोंका जाल फैलानेका निर्णय लिया गया ।

मिरजके राजे पटवर्धन करेंगे गणेशोत्सवमें धर्मांधोंद्वारा श्रीगणेशमूर्तिकी प्रतिष्थापना !

दर्गामें चादर (गलेफ)चढाकर मिरजके राजे गंगाधरराव पटवर्धन इनोने गणेशोत्सवमें मूर्तिभंजक धर्मांधोंद्वारा श्रीगणेशमूर्तिकी प्रतिष्थापना करनेकी घोषणा की |

कश्मीर, मेघालय तथा नागालैंड इन राज्योंके हिंदुओंको विशेष अल्पसंख्यककी श्रेणी प्रदान की जाए !

कश्मीर, मेघालय तथा नागालैंड, इन राज्योंमें हिंदू अल्पसंख्यक हो गए हैं ; किंतु उन्हें अल्पसंख्यकोंकी विशेष श्रेणी देकर सुविधाएं क्यों प्रदान नहीं की जातीं ?