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हिन्दू अधिवेशन के आयोजनद्वारा हिंदू राष्ट्र स्थापनाका शुभारंभ – डॉ. सच्चिदानंद शेवडे

समितिद्वारा अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशन आयोजित करके हिंदू राष्ट्रकी स्थापनाका शुभारंभ हुआ है, ऐसा मत राष्ट्रीय प्रवचनकार डॉ. सच्चिदानंद शेवडेने यहां व्यक्त किया ।

हिंदुसंगठनके द्वारा ही गोरक्षा जैसे समस्याओंपर मात करना संभव होगा

अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशनकेअगले दिनके अंतिम सत्रमें ‘गोरक्षा’ विषयपर गुटचर्चाका आयोजन किया गया था । इस समस्यापर मात करना परिणामकारक हिंदूसंगठनद्वारा ही संभव होगा ।

हिंदुओंको मार्गदर्शन करनेके लिए ‘हिंदू भवन’ होना चाहिए ! – प्रमोद मुतालिक, अध्यक्ष, श्रीराम सेना

मुसलमान और ईसाइ दोनों धर्मियोंके लिए मस्जिद एवं चर्च केंद्रबिंदू हैं । हिंदुओंको मार्गदर्शन करनेके लिए ‘हिंदू भवन’की संकल्पना कृतिमें लाना आवश्यक है |

अधिवेशनके दूसरे दिनके कुछ चुनिंदा क्षण !

अधिवेशनके दूसरे दिन भी सभागृहके दार्इं ओरकी भीतपर (दीवारपर) हिंदुओंके पराक्रमी इतिहासका स्मरण करवानेवाले अर्थात क्षात्रतेज जागृत करनेवाले प्रसंगोंका फलक लगाया गया था ।

प्रत्येक गांवमें ‘गोरक्षा दल’ स्थापित करनेकी आवश्यकता ! – अधिवक्ता देविदास शिंदे

कसाई खानेमें लाई जानेवाली गायोंको १० दिनोंतक चारापानी नहीं दिया जाता । अत्यंत दुर्दशा कर उनकी हत्याकी जाती है ।

भारतीय वंशकी गायोंके विषयमें ब्राजीलद्वारा भारतीयोंका प्रबोधन करना, लज्जास्पद ! – श्री. नटेशन्

विश्वभरमें केवल १८ कोटि गायें हैं । उनमेंसे अधिकांश भारतमें हैं । फिर भी भारतमें ‘जर्सी’ नामक विदेशी गायोंकी संख्या बढ रही है ।

‘अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशनके प्रथम दिनके चर्चासत्रोंका संक्षेपमें ब्यौरा

‘धार्मिक दंगेविरोधी कानून’, ‘मंदिरोंकी दयनीय स्थिति एवं उसकी रक्षाके उपाय’ और ‘मंदिरोंके सरकारीकरण’ इस विषयपर हुए चर्चासत्रमें धर्माभिमानियोने विचार प्रस्तुत किए |

श्री महालक्ष्मी मंदिरके अलंकार रखे गए एक कक्षकी चाबी देवस्थान कमिटीकी ओरसे गुम हो गई !

करवीर निवासिनी श्री महालक्ष्मी देवीके एक कक्षकी चाबी पश्चिम महाराष्ट्र देवस्थान समितिकी ओरसे गुम हो गई है ।

हिंदुओंके मनपरिवर्तनसे ही सत्तापरिवर्तन हो सकता है ! – पू. युश महाराज

हिंदु धर्मकी श्रेष्ठताको जाननेके उपरांत विश्वके बहुसंख्य अन्य पंथीय हिंदु धर्म स्वीकार रहे हैं; परंतु भारतमें हिंदु धर्मका भारी मात्रामें अपप्रचार किया जा रहा है…

मंदिर अधिग्रहणके विरोधमें हिंदुओंको लडनेकी आवश्यकता ! – पी.पी.एस्. नायर

मंदिरोंमें बढती चोरियोंकी पार्श्वभूमिपर शासन पुन: हिंदुओंके मंदिर अपने नियंत्रणमें लेनेकी तैयारी कर रहा है । इसलिए मंदिर अधिग्रहणके विरोधमें हिंदुओंको लडनेकी आवश्यकता है ।