Menu Close

प्रत्येक हिंदु गुरुकृपा संपादन कर राष्ट्र एवं धर्म कार्यके लिए सिद्ध रहे – सनातन संस्था

पहले भारतमें गुरुकुल पद्धति अस्तित्वमें थी । उस गुरुकुल पद्धतिको पुनर्जीवित करना अनिवार्य है । शिवाजी महाराज तथा अन्य राजाओंके समान गुरुकृपा संपादन कर राष्ट्र…

कोका कोला एवं पेप्सीमें है अल्कोहल

‘नेशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ कन्जम्पशन’ के अभ्यासके अनुसार विश्वके लगभग ६ विख्यात शीतपेय निर्मिर्ति करनेवाले प्रतिष्ठानोंके उत्पादनोंमें अल्कोहलकी मात्रा दिखाई दी है, जिसमें ‘पेप्सी’, ‘कोका कोला’…

धार्मिक परंपरास्वरूप युवकोंकी सुंता अयोग्य – जर्मनीके न्यायालयका निर्णय

पश्चिम जर्मनीमें स्थित कलोनके न्यायालयने निर्णय दिया है कि धार्मिक परंपरास्वरूप युवकोंकी सुंता नहीं करनी चाहिए । ज्यू धर्मियोंने इस निर्णयके विरोधमें तीव्र रोष दर्शाते…

पब एवं बारके विरोधमें की गई पुलिस कार्यवाहीको विहिंप एवं बजरंग दलद्वारा समर्थन

मुंबईमें रातभर चलनेवाले पब एवं बारके कार्यक्रमोंपर छापा मारकर वहां नशीले पदार्थोंका सेवन तथा अश्लील कृत्य करनेवाले लडके-लडकियोंको बंदी बनाकर उनपर कार्यवाही करनेवाले विश्व हिंदु…

गुरुपूर्णिमाको होगी कर्णावती में भारतीय तत्त्वपर आधारित ‘पुनरुत्थान विद्यापीठ’ की स्थापना

कर्णावतीमें गुरुपूर्णिमा महोत्सवके शुभ अवसरपर विश्वके सर्वोत्कृष्ट गुरुकुल एवं आश्रम पद्धतिपर आधारित ‘पुनरुत्थान विद्यापीठ’की स्थापना की जाएगी । विद्यापीठके प्रमुख उद्देश्य हैं, प्रमाणित भारतीय शिक्षा…

महाराष्ट्रके सभी तीर्थस्थल मद्यमुक्त होने चाहिए – व्यसनमुक्ति जागरण अभियानकी मांग

शेगांव, पंढरपुरसहित संपूर्ण महाराष्ट्रके सभी तीर्थस्थल मद्यमुक्त होने चाहिए एवं वह तीर्थस्थल पवित्र घोषित करने चाहिए ।

राज्यमें महत्त्वपूर्ण देवस्थानोंको तीर्थक्षेत्रका दर्जा देकर उनका विकास करें ।

महत्त्वपूर्ण देवस्थानोंको तीर्थक्षेत्रका दर्जा देकर उनका विकास करें । यह सूचना वारकरी साहित्य परिषदके ( पुणे ) अध्यक्ष ह.भ.प. विठ्ठल पाटीलने प्रसिद्धीपत्रकद्वारा की है ।

‘कहते हैं, गोवामें श्रीराम सेनाको आश्रय नहीं देंगे !’

भाजपा प्रवक्ता डॉ. विल्फ्रेड मिस्किताद्वारा सासस्टी तहसीलके ईसाइयोंको यह विश्वास दिया गया , ‘जबतक भाजपा शासन है, तबतक श्रीराम सेनाको गोवामें आश्रय नहीं दिया जाएगा…

मॉरिशसमें छत्रपति शिवाजी महाराजका पूर्णाकृति पुतला खडा किया गया ।

मॉरिशस मराठा मंदिर संस्था’द्वारा हिंदवी स्वराज्य स्थापित करनेवाले छत्रपति शिवाजी महाराजका साढे छः फीट उंचा पूर्णाकृति पुतला मंदिरके अहातेमें खडा किया गया ।