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उत्तरप्रदेश : पर्यटन दिवस पर आयोजित वाजिद अली शाह समारोह में हिन्दुआेंके श्रद्धास्थान राधा को अर्धनग्न दिखाया

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश शाखा ने राज्य सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा कथित अश्लील पोस्टर लगाए जाने का तीखा विरोध किया है।

भोजशाला : भोजशाला में पूजा पर हिन्दुआेंका बहिष्कार, बाहर हुआ होमहवन आैर पूजा

भोजशाला में शुक्रवार सुबह बसंत पंचमी की पूजा हुई। भोजशाला के द्वार खुलने के बावजूद श्रद्धालुओं ने बाहरी परिसर में पूजा की। पहली बार गर्भगृह…

‘भोजशाला’ में जब मूर्ति ही नहीं तो विहिंप के लोग पूजा किसकी करते हैं : दिग्विजय सिंह

मध्य प्रदेश के धार जिले की भोजशाला में बसंत पंचमी के अवसर पर नमाज और पूजा को लेकर चल रहे विवाद के बीच राज्य के…

हिन्दू दाह संस्कार को पर्यावरण के लिए घातक बतानेवाले निर्णय का हिंदू संगठनों ने किया विरोध

राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने पर्यावरण मंत्रालय तथा देहली सरकार से कहा है कि, वे मानव शवों के दाह संस्कार के वैकल्पिक तरीके उपलब्ध कराने…

पाठशालाआे में संस्कृत भाषा को अनिवार्य करना आवश्यक नहीं : केन्द्रीय समिति

संस्कृत भाषा के पुनरुत्थान के लिए पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एन. गोपालास्वामी की अध्यक्षता में बनी समिति का कहना है कि, संस्कृत भाषा को पाठशालाआे…

भारत को हिन्दू राष्ट्र में बदलने के प्रयास : शरद पवार

राष्ट्रावादी काँग्रेस के शरद पवार ने आरोप लगाया कि, पाठशाला के पाठ्यपुस्तकों में इतिहास को तोडमरोड कर भारत को हिंदू राष्ट्र में बदलने के प्रयास…

‘मैं सनातन धर्म को मानता हूं किंतु हिंदुत्व को नहीं’ – दिग्विजय सिंह

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि, हिंदुत्व कोई शब्द नहीं है और न ही मैं हिंदुत्व को मानता हूं । मैं सनातन…

केवल धार्मिक द्वेष के कारण ही हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंके विरोध में अबू आजमी को उदरशूल – हिन्दू जनजागृति समिति

हिन्दू जनजागृति समिति की अब तक हुई १ सहस्र ५० से अधिक हिन्दू धर्मजागृति सभाएं ! इन सभाओंके कारण हिन्दुओं में भारी मात्रा में जागृति…

हिंदू महासभा ने की भारत को ‘हिंदू राष्‍ट्र’ घोषित करने की मांग

उत्तर प्रदेश के मेरठ में अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओंने रिपब्लिक डे की पूर्व संध्या पर अपने ऑफिस पर ब्‍लैक डे मनाया। राष्ट्रपति के…

देहली विश्‍वविद्यालय के प्राध्यापक हरीश त्रिवेदी का शोध : कहते हैं, ‘रामचरितमानस लिखते समय बाबरी मस्जिद में रहे थे संत तुलसीदास !’

देहली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक हरीश त्रिवेदी ने कहा है की, रामचरितमानस के लेखक संत गोस्वामी तुलसीदास ने एक मस्जिद के अंदर शरण मांगी थी।