माकपा कार्यकर्ताओं के हमले में घायल भाजपा कार्यकर्ता की मृत्यु
कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं के हमले में घायल एक भाजपा कार्यकर्ता की यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। Read more »
कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं के हमले में घायल एक भाजपा कार्यकर्ता की यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। Read more »
मालेगांव में विश्व हिन्दु परिषद, बजरंग दल, साथ ही गोरक्षक श्री. मच्छिंद्र गोविंद शिर्के पर १४ फरवरी के दिन ३० से अधिक धर्मांध कसाईयों ने प्राणघातक आक्रमण किया। इस आक्रमण में शिर्के गंभीर रूप से घायल हुए। उस समय उनके पास रहनेवाला चार पहिया वाहन भी तोडफोड डाला ! Read more »
खरखौदा थाना क्षेत्र के हापुड़ रोड स्थित जाहिदपुर गांव में सोमवार रात सांप्रदायिक तनाव हो गया। गांव के प्राचीन शिव मंदिर में रात लगभग साढ़े सात बजे अल्पसंख्यांक समुदाय के युवकों ने पुजारी से बदसलूकी कर आरती रुकवा दी। Read more »
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित एक दरगाह में आत्मघाती बम धमाके में १०० से ज्यादा लोगों की मौत हुर्इ और २५० से अधिक लोग घायल हो गए हैं। Read more »
आतंकवादी संगठन आईएसआईएस अफगानिस्तान में आर्थिक बदहाली से जूझने के बावजूद अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा के अशांत इलाके से लड़ाकों की लगातार भर्ती कर रहा है और वह धन एकत्र करने के लिए जबरन वसूली कर रहा है। Read more »
बांग्लादेश के पीडित हिन्दुओं के लिए लडनेवाले ‘बांग्लादेश मायनोरिटी वॉच’ इस संघटन के अध्यक्ष तथा हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ता श्री. रवींद्र घोष (आयु ६३ वर्ष) को धर्मांध सांसद ने गालियां देते हुए पिटाई की ! Read more »
छत्तीसगढ के दंतेवाड़ा जिले में पहाड़ी पर विराजित ढोलकल गणेश की खंडित प्रतिमा को रासायनिक पद्धति के जरिए विशेषज्ञ मूल स्वरूप दे रहे हैं। Read more »
नासिक महानगरपालिका (एनएमसी) चुनाव में उम्मीदवारी के दावेदार और शिवसेना कार्यकर्ता की अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी। घटना शुक्रवार रात नासिक रोड पर त्रिवेणी पार्क के निकट हुई। Read more »
पुलिस ने बताया कि, २५ से ३१ वर्ष के बीच की आयु वाले सभी आरोपी माकपा के कार्यकर्ता और समर्थक थे जो अंदालूर के रहने वाले हैं। हालांकि माकपा के नेताओं ने पहले कहा था कि, ५३ वर्षीय संतोष की हत्या प्रॉपर्टी विवाद में हुर्इ थी जबकि, पुलिस का कहना है कि, यह राजनीतिक दुश्मनी का परिणाम है। Read more »
२० जनवरी जब-जब यह तारीख आती है, कश्मीरी पंडितों के जख्म हरे हो जाते हैं। यही वह तारीख है जिसने जम्मू कश्मीर में बसे कश्मीरी पंडितों को अपने ही देश में शरणार्थी बनकर रहने को मजबूर कर दिया। Read more »
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