`कठारीवीर सुरसंदरांगी’ चलचित्रमें किए गए हिंदु देवी-देवताओंके अनादरके विरोधमें पूरे राज्यमें हिंदु आक्रोशित हो उठे हैं ।
हिंदी चलचित्र ‘शांघाय’ में ‘भारतमाता की जय’ गीतके माध्यमसे भारतमाताका अनादर किया गया है ।
हिंदु धर्म, संत ज्ञानेश्वर, विठ्ठलभक्त वारकरियोंका ‘बोकड (बकरा)’ चलचित्रमें घोर अनादर !
मुंबईके ताडदेवमें स्थित ‘इंडियन फाईन आर्ट’ कलादालनमें हिंदुद्वेषी चित्रकार म.फि. हुसैनद्वारा चित्रित २० चित्र बिक्रीके लिए रखे गए थे ।
‘द टेलिग्राफ’ अंग्रेजी समाचार पत्रने प्रसारित किया छायाचित्रमें एक नग्न स्त्री (मॉडेल) कालीमाताके छायाचित्रके साथ दर्शाई गई तथा एक पाकिस्तान क्रिकेटतज्ञ झुककर उसका स्वागत कर…
‘वाघ बकरी’ नामसे बाजारमें उपलब्ध चायके विज्ञापनके लिए श्री गणेश एवं छत्रपति शिवाजी महाराजके चित्रोंका अनुचित प्रयोग किया गया है ।
केंद्रीय चलचित्र महोत्सवमें करोडों हिंदुओंकी श्रद्धास्थानमें स्थित ‘दत्त’ देवताके गीतके माध्यमसे अनादर किए जानेवाले ‘देऊल’
मुंबईमें स्थित परलगांवमें चुनाव प्रचारके लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेनाके कार्यकर्ताओंद्वारा प्रसारफेरीमें पथनाट्य प्रस्तुत किया गया । इसमें भगवान श्रीकृष्णका अनादर किया गया ।
पुणे आंतरराष्ट्रीय चित्रपट महोत्सवमें म.फि. हुसेनका उदात्तीकरण करनेवाला चलचित्र प्रदर्शित नहीं किया जाएगा । – महोत्सवके आयोजकोंका हिंदु जनजागृति समितिको आश्वासन
लासलगाव (नासिक) – यहांके ‘होटल उमा’में मिलनेवाले पेढे संपूर्ण जिलेमें प्रसिद्ध है । यहांसे वर्षभर लगभग ५० से ६० सहस्र पेढेके छोटे-मोटे आकारके बक्से बेचे…