वैश्विक हिंदु राष्ट्र महोत्सव’ में एक हजार हिंदुत्वनिष्ठों का उत्स्फूर्त सहभाग!

24 से 30 जून तक श्रीरामनाथ देवस्थान, गोवा में आयोजित 7 दिवसीय हिंदू सम्मेलन में अमेरिका, सिंगापुर, घाना, इंडोनेशिया और नेपाल के साथ-साथ भारत के 26 राज्यों की विभिन्न संगठनों के 1000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। Read more »

एकस्वर में हिन्दू राष्ट्र का जयघोष करते हुए वैश्विक हिन्दू राष्ट्र का समापन !

भिन्न देश, भिन्न राज्य, भिन्न भाषा तथा भिन्न वेशभूषा, इन विविधताओं में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के एक विचार से हिन्दुत्वनिष्ठों को संगठित करनेवाले ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ का हिन्दू राष्ट्र का जयघोष करते हुए समापन हुआ । Read more »

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव का सातवां दिन (३० जून) : हिन्दुत्वनिष्ठों के अनुभव

मंदिरों की भूमि पर लगातार हो रहे अतिक्रमण, साम्यवादियों ने हिन्दुओं के इतिहास का विकृतिकरण कर समाज में कैसे नास्तिकतावाद फैलाया, राजनीति का हिन्दूकरण की आवश्यकता, हिन्दुओं को तेज गति से हिन्दुत्व का कार्य करने की आवश्यकता, हिन्दुओं को सामाजिक माध्यमों से उनकी सामग्री (‘कंटेंट’) को बडे स्तर पर फैलाना आवश्यक इस संदर्भा में मान्यवरों का मार्गदर्शन। Read more »

वैश्‍विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव सप्तम दिवस (३० जून) : हिंदुत्‍व की रक्षा

मुसलमानों की लोकसंख्या में भारी मात्रा में वृद्धि हो रही है । उसके लिए ‘लोकसंख्या नियंत्रण कानून’ लागू करने की मांग की जा सकती है । इस कानून का नाम बदलकर ‘मुसलमान लोकसंख्‍या नियंत्रण कानून’ कर देने का समय आ गया है ।। लव जिहाद, धर्मांतर, गोहत्या के विरोध में कानून राज्यस्तरों पर लागू न करते हुए देशस्तर पर लागू करने की मांग सभी हिन्दुत्वनिष्ठ करें । Read more »

डॉ. दाभोलकर हत्या प्रकरण में न्यायालय से निर्दोष छूटे विक्रम भावे एवं धर्मप्रेमी अधिवक्ताओं का वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में सम्मान !

डॉ. नरेंद्र दाभोलकर हत्या प्रकरण में न्यायालय से निर्दोष छूटे सनातन के साधक श्री विक्रम भावे के साथ ही ‘हिन्दुत्व के कार्य’ की सेवा के रूप में यह अभियोग निःशुल्क लडनेवाले अधिवक्ता प्रकाश सालसिंगीकर, अधिवक्ता घनश्याम उपाध्याय, अधिवक्ता श्रीमती मृणाल व्यवहारे-साखरे एवं अधिवक्ता श्रीमती स्मिता देसाई का भाजपा के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजा सिंह के करकमलों द्वारा वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में सम्मान किया गया । Read more »

वैश्‍विक हिन्‍दू राष्‍ट्र महोत्‍सवाचा छठा दिन (२९ जून) : न्‍याय एवं संविधान

गुरु गोविंदसिंह ने अपने पुत्रों सहित बलिदान दिया । छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, वीर सावरकर सहित अनेक क्रांतिकारियों ने राष्ट्र और धर्म के लिए त्याग किया । देश के लिए बलिदान देनेवालों का सदैव स्मरण करेंगे । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए भी हर तरीके से प्रयत्न करना होगा । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए त्याग करने के लिए तैयार हों। Read more »

वैश्‍विक हिन्दू राष्‍ट्र अधिवेशन का छठा दिन (२९ जून) : अधिवक्‍ताओं का न्यायालयीन कार्य एवं संघर्ष

जनहित याचिका के  माध्‍यम से हम समाज एवं धर्म की रक्षा का बहुत बडा कार्य कैसे सफल हो रहा है इसका अनुभव । मुंबई से जुड़े भयंदर क्षेत्र में उत्तन डोंगरी में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करके बालेशाह पीर दरगाह के निर्माण संदर्भ में न्यायालयीन लढा। स्‍त्रीवादियों द्वारा कानून का अनुचित लाभ उठाकर हिन्दू समाज विभाजित करने के प्रयासों के विषय में जागृति। Read more »

वैश्‍विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव का छठा दिन (२९ जून) : हिन्दू राष्‍ट्रनिर्मिति में अधिवक्ताओं का योगदान

आज विरोधकों ने वैचारिक युद्ध आरंभ किया है । उसे जीतने के लिए वैचारिक योद्धाओं की आवश्यकता है । ये वैचारिक योद्धा भारतीय कानून संबंधी जानकारी और संविधान के अंतर्गत व्यवस्थाओं का उचित अर्थ बताकर हिन्दुओं का पक्ष कानूनीदृष्टि से सक्षम बनानेवाले होंगे । धर्मसंस्‍थापना के इस कार्य में योगदान देने के लिए हिन्दू अधिवक्‍ताओं को ‘साधक अधिवक्‍ता’ बनना चाहिए । Read more »

शुद्ध प्रसाद मिलने के लिए संपूर्ण देश के मंदिर परिसर के हिन्दू दुकानदार ‘ओम प्रमाणपत्र’ लें ! – टी. राजासिंह, विधायक, तेलंगाना

आज अनेक तीर्थस्थलों पर अहिन्दू दुकानदारों की प्रसाद की तथा पूजासामग्री की दुकानें होती हैं । उनके यहां मिलनेवाला प्रसाद तथा पूजासामग्री शुद्ध एवं पवित्र होगी, ऐसा कहा नहीं जा सकता । बाहर से आए श्रद्धालुओं को शुद्ध प्रसाद कहां मिलता है, इसकी जानकारी नहीं होती । इसलिए वर्तमान समय में केवल हिन्दू दुकानदारों को प्रसादशुद्धि हेतु ‘ओम प्रमाणपत्र’ का वितरण आरंभ हुआ है । संपूर्ण देश में मंदिर परिसर के हिन्दू दुकानदार ‘ओम प्रमाणपत्र’ अवश्य लें, यह मेरा अनुरोध है। Read more »

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव का पांचवां दिन (२८ जून) : मंदिर संस्कृति की रक्षा के प्रयत्न

मंदिरों का सुव्यवस्थापन करने के लिए प्रामाणिक प्रयत्न किया गया, तो अन्य स्वयंसेवी संस्थाएं और समाज हमारा साथ देते हैं । इसी प्रकार, यदि इन समितियों ने व्यवस्था में छोटे-मोटे परिवर्तन किए, तो देश की ‘जीडीपी’ बढ़ाने में मंदिरों का योगदान बहुत बड़ा रह सकता है । Read more »

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