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हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के छठे दिन ‘विदेश के हिन्दुओं का रक्षण’ इस विषय पर उद्बोधन सत्र

नौकरी के निमित्त पश्चिमी देशों में जाने के कारण नेपाल में पाश्चात्य सभ्यता का प्रभाव बढ रहा है । इसलिए वहां अब हाथों से भोजन…

‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना में संतों का दायित्व’ इस विषय पर दशम हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में उद्बोधन सत्र

जिनकी शारीरिक क्षमता है, वह देह से, बौद्धिक क्षमता है वह बुद्धि से, इस प्रकार सभी को स्वयं की क्षमता के अनुसार हिन्दू राष्ट्र की…

दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में ‘जाँबाज हिंदुस्थानी सेवा समिति’ की ओर से धर्मवीरों का सम्मान !

दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के व्यासपीठ पर ‘जाँबाज हिंदुस्थानी सेवा समिति’ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष ने इन धर्मवीरों को यह सम्मानचिन्ह…

तृतीय हिन्दू राष्ट्र संसद में हिन्दू शिक्षापद्धति अपनाने पर हुआ विचारमंथन !

संसद के अधिकांश सदस्यों ने पाठ्यपुस्तकों में भारत का इतिहास बनानेवाले संतों, राष्ट्रपुरुष और क्रांतिकारियों का समावेश करने की मांग की ।

दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में ‘हिन्दुओं की शिक्षा प्रणाली’ इस विषय पर विचारमंथन

एक अंग्रेज अधिकारी थॉमस मुन्रो के ब्योरे के अनुसार वर्ष १८२६ में दक्षिण भारत में १ लाख २८ सहस्र विद्यालय थे । जिनमें ब्राह्मण, क्षत्रिय,…

इस्लामी जिहाद के विरोध में निरंतर संघर्ष करना होगा – प.पू. यती चेतनानंद सरस्वती, महंत, डासना पीठ, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश

इस्लामी जिहाद से घबराकर रोने के स्थान पर उनके विरोध में लडना चाहिए । देहली में धर्मांधों द्वारा घडवाए दंगे, कश्मीर में हिन्दुओं की होनेवाली…

मंदिर सामूहिक उपासना के केंद्र बनें; इसके लिए संगठितरूप से प्रयास करना आवश्यक – श्री. सुनील घनवट

मंदिर संस्कृति की रक्षा के लिए हमें अभी बहुत कार्य करना है । मंदिर चैतन्य के स्त्रोत हैं । आज मस्जिदों पर लगाए गए अवैध…

किलों का रूपांतरण दर्गाह में न हो’; इसके लिए हिन्दुओं को संगठित होकर कार्य करना आवश्यक – मनोज खाडये

पहले तो किले पर मजार बनाई जाती है और उसके उपरांत उस पर चादर चढाई जाती है । कुछ महिने उपरांत उस स्थान पर उर्स…

सभी संतों और महात्माओं को मठ छोडकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए कार्य करना चाहिए – पू. परमात्माजी महाराज, कर्नाटक

कर्नाटक में धारवाड के पू. परमात्माजी महाराज जी ने आवाहन किया कि, जब धर्म पर अधर्म बढ गया, तब भगवान परशुराम ने परशु धारण किया…

नक्षलवाद की आड में हिन्दू संस्कृति नष्ट करने का षड्यंत्र – अधिवक्ता (श्रीमती) रचना नायडू, छत्तीसगढ

नक्षलवाद के विरोध में लडने के लिए देश के सैनिक सक्षम हैं; परंतु जब नक्सलियों को मुठभेड में मारा जाता है, तब कुछ मानवतावादी गिरोह…